इफ्तार कराने पर अंकित के परिवार को दी गालियां, यूपी पुलिस कांस्टेबल सस्पेंड
दिल्ली के फोटोग्राफर अंकित सक्सेना के परिवार को गाली देने पर यूपी पुलिस के एक कॉन्स्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है। ये कॉन्स्टेबल कानपुर में कार्यरत है। अंकित सक्सेना दूसरे धर्म की लड़की से प्यार करता था। इसी साल फरवरी महीने में दिल्ली में सरेआम गला रेत कर उसकी हत्या कर दी गई थी। अंकित की हत्या का आरोप लड़की के परिजनों पर है। कानपुर के एसपी अखिलेश कुमार ने कॉन्स्टेबल अरविंद सिंह परिहार के खिलाफ तब कार्रवाई की जब उन्हें आपत्तिजनक ट्वीट करने का दोषी पाया गया। हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक कानपुर के बाबूपुरवा पुलिस स्टेशन में कार्यरत अरविंद कुमार परिहार ने, एक समाचार चैनल द्वारा ये ट्वीट किये जाने पर कि अंकित सक्सेना का परिवार आपसी भाईचारा और सौहार्द्र बढ़ाने के लिए मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए इफ्तारी रख रहा है, आपत्तिजनक ट्वीट किया था। जब इस ट्वीट की जानकारी विभाग के अफसरों को मिली तो उन्होंने इस मामले की जांच करवाई। जांच में अरविंद सिंह परिहार के खिलाफ आरोप सही पाये गये। बाबूपुरवा के सर्किल ऑफिसर अजित कुमार रजक ने अरविंद परिहार के निलंबन की पुष्टि की है। अजित कुमार रजक को इस मामले की जांच की जिम्मेदारी दी गई थी। अपनी जांच में उन्होंने कॉन्स्टेबल द्वारा की गई टिप्पणी को गलत पाया था।
शाहिद अंसारी नाम के शख्स ने जब अरविंद सिंह परिहार के ट्वीट पर आपत्ति जताई तो इस कॉन्स्टेबल ने उसे भी आपत्तिजनक जवाब दिया। इसके बाद शाहिद ने इन ट्वीट के स्क्रीनशॉट्स को सीएम योगी आदित्यनाथ, पुलिस महानिदेशक को भेज दिया। बता दें कि दिल्ली के रघुबीर नगर इलाके में रविवार (3 जून) को अंकित के पिता यशपाल सक्सेना ने रोजेदारों के लिए इफ्तारी का आयोजन किया था। इस इफ्तारी में बड़ी संख्या में लोग जुटे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में अंकित की स्मृति में बने एक ट्रस्ट और अंकित के दोस्तों का अहम योगदान रहा। अंकित के पिता ने कहा कि घटना के वक्त बड़ी संख्या में लोग आए, सरकार के प्रतिनिधि आए, खुद केजरीवाल उनके घर गये थे। लेकिन अब कोई नहीं पूछता है। उन्होंने कहा कि उन्हें अबतक सरकार से तनिक भी मदद नहीं मिली है।