Video: देखें कैसे चीन ने जर्जर इमारत को बिना तोड़-फोड़ किए करीब 54 मीटर सरकया और घुमा भी दिया
चीन ने अपनी टेक्नोलॉजी के ज्ञान से पूरी दुनिया को एक बार फिर से चौंका दिया है। इस बार चीन ने करीब 100 साल पुरानी ऐतिहासिक मगर जर्जर इमारत को बिना कोई तोड़-फोड़ किए करीब 54 मीटर सरका दिया है। सिर्फ यही नहीं उसके मुख्य द्वार की दिशा को बदलते हुए उसे करीब 90 डिगी तक घुमा भी दिया है। चीन के अखबार चाइना डेली के अनुसार,”ये इमारत के चीन के शंघाई प्रांत के होंगकू जिले में स्थित है। इस इमारत को सरकाने का मकसद कीमती जगह को खाली करवाना था। अब इस इमारत के हटने से बनी नई जगह में नया आॅफिस कॉम्पलैक्स बनाया जाएगा। चीन के शंघाई कांस्ट्रक्शन ग्रुप के द्वारा यू ट्यूब पर जारी किए गए टाइम लैप्स वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे खासतौर पर डिजाइन किए गए रेल और ट्रॉली के जरिए इस इमारत को उसके मूल स्थान से हटाकर शिफ्ट कर दिया गया।
जिस इमारत को उसकी जगह से हटाने का फैसला किया गया था, वह करीब 98 साल पहले बनाई गई थी। इमारत को सरकाने का काम 13 अप्रैल को शुरू किया गया था जो एक जून को खत्म हो गया। इससे पहले तीन मंजिली ऐतिहासिक इमारत के कमजोर हिस्सों को मजबूत बनाया गया ताकि वह विस्थापन का दबाव झेल सकें। शंघाई कांस्ट्रक्शन ग्रुप के मुताबिक, इस इमारत को कुल 54.322 मीटर खिसकाया गया है और घड़ी की दिशा में करीब 89.6 डिग्री तक घुमाया गया है।
शंघाई कांस्ट्रक्शन ग्रुप ने खुलाया किया कि ये इमारत कंप्यूटर से चलने वाली हाइड्रोलिक मशीनों और सहारा देने वाली रेल के जरिए सरकाई गई है। शंघाई कांस्ट्रक्शन ग्रुप के द्वारा जारी किए गए फुटेज में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि कैसे पूरी इमारत को सरकाया गया और बाद में घुमाया गया। चाइना डेली से बातचीत में शंघाई कांस्ट्रक्शन ग्रुप के प्रोजेक्ट मैनेजर शेन वी ने कहा,”ऐतिहासिक इमारत को कई चरणों में खिसकाया गया है। क्योंकि हमारे काम करने की जगह बेहद सीमित थी। इसे घुमाया सिर्फ इसी वजह से गया है कि इसका सबसे खूबसूरत सामने वाला हिस्सा लोगों की निगाहों के सामने आ सके। बता दें कि चीन ने पिछले साल केंद्रीय शंघाई प्रांत में 2000 टन वजनी बौद्ध मंदिर को भीड़ की सहूलियत के लिए 30 मीटर सरका दिया गया था।