अब केरल के आर्कबिशप बोले- सत्ता में आने के लिए फैलाई जा रही नफरत, ईसाई स्कूल कोर्स में पढ़ाएं संविधान
समाज में बढ़ती असहिष्णुता पर बोलते हुए केरल कैथोलिक बिशप काउंसिल (केसीबीसी) के अध्यक्ष और त्रिवेंद्रम के आर्कबिशप सूसा पाकिअम ने कहा है कि सभी ईसाई स्कूल अपने पाठ्यक्रम में भारतीय संविधान को शामिल करें। आर्कबिशप ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा कि संविधान द्वारा दिए गए धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को सुनिश्चित करने के लिए सभी को सक्रिय रूप से काम करना चाहिए। यह बहुत खतरनाक है कि सत्ता के लिए बिजली के शॉर्टकट की तरह विभिन्न समूहों के बीच नफरत और डर फैलाया जा रहा है। समुदायों और राजनीतिक नेताओं को इनके खिलाफ साथ आना चाहिए। केसीबीसी अध्यक्ष ने इसके साथ ही कहा कि मुल्क की नई जनरेशन को संविधान के साथ परंपराओं से प्रेम करने की जरुरत है। इसलिए यह कदम (संविधान को पाठ्यक्रम में शामिल करना।) संविधान की सुरक्षा करने में मदद करेगा।
केसीबीसी अध्यक्ष ने ईसाई स्कूलों से यह भी अपील कि है कि वो संवैधानिक साक्षरता को साइंस के पाठ्यक्रम में शामिल करें। बता दें कि सूसा पाकिअम ने यह बात ऐसे समय में कही है जब दिल्ली और गोवा के आर्कबिशप के बयानों के मामले में उनसे सवाल पूछा गया था। हालांकि उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि आर्कबिशप ने किसी राजनीतिक उद्देश्य से ऐसे बयान नहीं दिए थे। उन्होंने खतरों के कुछ संकेतों को देखकर ही बोला होगा। सभी पार्टियों में अच्छे लोग भी हैं और बुरे लोग भी हैं।