कांग्रेस को झटका, एक ही दिन दो बड़े नेताओं का निधन

शनिवार (9 जून) का दिन कांग्रेस पार्टी के लिए शोक की लहर लेकर आया। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ललितेश्वर प्रसाद शाही और गोवा के पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शांताराम नाइक का निधन हो गया। एलपी शाही ने दिल्ली के एम्स में अंतिम सांस ली तो पूर्व राज्यसभा सांसद शांताराम नाइक का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। गोवा प्रदेश कांग्रेस के महासचिव अल्टिन्हो गोम्स ने मीडिया को बताया कि दिग्गज कांग्रेसी नेता को बेचैनी की शिकायत के बाद मडगांव स्थित उनके आवास से एक निजी अस्पताल ले जाया गया था, जहां सुबह के करीब सात बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। दोनों कांग्रेसी नेताओं के निधन पर कांग्रेस पार्टी समेत पूरे राजनीतिक गलियारे से शोक संवेदनाएं व्यक्त की जा रही हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दोनों नेताओं के दुनिया से अलविदा कहने पर ट्विटर के माध्यम से शोक संवेदना जताई और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।

एलपी शाही के निधन पर राहुल गांधी ने ट्वीट में लिखा, ”स्वतंत्रता सेनानी, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सीडब्ल्यूसी के सदस्य श्री एलपी शाही का नुकसान कांग्रेस पार्टी में हम सभी ने महसूस किया है। मेरे विचार और प्रार्थना दुःख के समय में उनके परिवार के साथ हैं। उनकी आत्मा को शांति मिले।” सांसद शांताराम नाइक के निधन पर कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट में लिखा, ”गोवा कांग्रेस के पूर्व चीफ, सांसद और सीनियर कांग्रेस नेता शांताराम नाइक के निधन के बारे में सुनकर मुझे दुख है, जिन्होंने गोवा के राज्य के लिए लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दुःख की इस घड़ी में उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदना है। उनकी आत्मा को शांति मिले।”

बता दें कि एलपी शाही मूल रूप से बिहार के वैशाली जिले के गांव साइन के रहने वाले थे। स्वतंत्रता सेनानी से लेकर लंबा राजनीतिक सफर उन्होंने कांग्रेस नेता और समाजसेवी रहते हुए पूरा किया। एलपी शाही 1980 में विधान सभा के सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए थे, उन्होंने जनता पार्टी के जय नारायण प्रसाद निशाद को हराया। 1984 में वह मुजफ्फरपुर से सांसद बने थे। वहीं शांताराम नाइक 1984 के आम चुनाव में लोकसभा सांसद बने थे। गोवा को उनकी पू्र्ण राज्य बनाने की मांग 1987 में पूरी हो गई थी। वह राज्यसभा में दो बार गोवा का प्रतिनिधित्व कर चुके थे। वह 2005 और 2011 में लगातार दो बार राज्य सभा के लिए चुने गए थे। 2017 में राज्यसभा चुनाव में वह भाजपा के विनय तेंदुलकर से हार गए थे। नाइक ने इसी साल मार्च में गोवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया था।

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