शादी के बाद राजनीतिक संन्यास की बात कहने लगे तेजप्रताप? बोले- भाई को गद्दी पर बैठाकर द्वारका चला जाऊं
राजद अध्यक्ष लालू यादव के बड़े बेटे और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने अपने छोटे भाई और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को गद्दी पर बैठाकर खुद राजनीतिक संन्यास लेने की इच्छा जाहिर की है। उन्होंने आज (09 जून) ट्वीट किया, “मेरा सोचना है कि मैं अर्जुन को हस्तिनापुर की गद्दी पर बैठाऊं और खुद द्वारका चला जाऊँ। अब कुछेक “चुग्लों” को कष्ट है कि कहीं मैं किंग मेकर न कहलाऊं।। ।। राधे राधे।।” तेज प्रताप के इस ट्वीट के कई मायने निकाले जा रहे हैं। कुछ लोग इसे 2019 के लोकसभा चुनाव से जोड़कर देख रहे हैं। हालांकि, तेज प्रताप अपने छोटे भाई तेजस्वी को बिहार की गद्दी पर ही बिठाना चाहते हैं। उन्होंने उसे अर्जुन कहकर संबोधित किया है। बता दें पिछले दिनों सिने स्टार और बीजेपी के वरिष्ठ नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने भी तेजस्वी को अर्जुन कहा था और सीएम नीतीश पर तंज कसा था कि अर्जुन आ रहा है।
तेज प्रताप श्रीकृष्ण के भक्त हैं। वो अक्सर श्रीकृष्ण का रूप धरते रहे हैं। कई मौकों पर उनकी कान्हा वाले रूप की तस्वीर वायरल हो चुकी हैं। बिहार के बड़े राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखने वाले तेज प्रताप का ट्वीट कई राजनीतिक दांव-पेंच की ओर भी इशारा करता है। उऩ्होंने इस बात की ओर भी इशारा किया है कि छोटे भाई को गद्दी सौंपकर दरियादिली दिखाने पर कहीं विपक्षी उनकी खिल्ली न उड़ाएं और उन्हें किंगमेकर कहने से भी परहेज ना करें। बता दें कि तेजप्रताप के पिता लालू यादव 90 के दशक में किंगमेकर कहलाते थे जब उनके समर्थन से केंद्र में एचडी देवगौड़ा और इंद्र कुमार गुजराल की सरकार बनी थी।
तेज प्रताप ने ट्वीट में ये तो स्पष्ट कर दिया है कि वो अपने छोटे भाई को ही आगे बढ़ाकर सीएम बनाना चाहते हैं लेकिन द्वारका जाने की बात कहकर उन्होंने नई चर्चा छेड़ दी है। चर्चा इस बात की भी है कि क्या तेज प्रताप राजनीति से संन्यास लेंगे या राजनीति में दूसरी शुरुआत करेंगे। उन्होंने द्वारका की उपमा देकर खुद को श्रीकृष्ण सा बताया है। बता दें पौराणिक आख्यानों के मुताबिक श्रीकृष्ण मथुरा में मामा कंस का वध करने के बाद द्वारका चले गए थे, जिसे उन्होंने अपनी कर्मभूमि बना ली थी। पिछले महीने ही तेज प्रताप की ऐश्वर्या राय से शादी हुई है।
मेरा सोंचना है कि मैं अर्जुन को हस्तिनापुर की गद्दी पर बैठाऊं और खुद द्वारका चला जाऊँ।
अब कुछेक “चुग्लों” को कष्ट है कि कहीं मैं किंग मेकर न कहलाऊं।।
।। राधे राधे।।