हरियाणा के बाद दिल्ली में दबदबा कायम करना चाहता था राजेश भारती
निर्भय कुमार पांडेय
फतेहपुर बेरी में मुठभेड़ में मारे गए राजेश भारती के क्रांति गिरोह का हरियाणा में काफी खौफ था। पिछले सात महीने से क्रांति गिरोह द्वारका और वसंत कुंज के अलावा दक्षिणी दिल्ली के विभिन्न इलाकों में लूटपाट की वारदात को अंजाम दे रहा था। गिरोह ने 18-19 मई को दो फॉर्च्यूनर कार लूटी थी। साथ ही बीते नौ जून को गिरोह ने एक व्यक्ति की हत्या भी की थी। उसके बाद से ही दिल्ली पुलिस इस गिरोह की तलाश में जुटी थी। स्पेशल सेल के उपायुक्त पीएस कुशवाहा ने बताया कि राजेश भारती के खिलाफ दिल्ली और हरियाणा में हत्या, हत्या की कोशिश, लूटपाट व वाहनों की लूट के अलावा कई संगीन मामले दर्ज हैं। दिल्ली और हरियाणा पुलिस ने उस पर एक-एक लाख रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा था।
वहीं, राजेश भारती का दहिना हाथ माने जाने वाले संदीप विद्रोही के खिलाफ भी कई मामले दर्ज हैं। इस पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित है। वहीं, उमेश डॉन के खिलाफ भी पुलिस ने 50 हजार रुपए इनाम घोषित किया हुआ है। साथ ही दिल्ली के घेवरा निवासी गिरेश राणा और घायल कपिल के खिलाफ भी पुलिस को आपराधिक रिकॉर्ड मिले हैं।
पुलिसकर्मी की हालत नाजुक
मुठभेड़ के दौरान दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल गिरधर को गले में गोली लगी है और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। गिरधर का एम्स ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा है। वहीं, कांस्टेबल गुरदीप को दो गोली और सब इंस्पेक्टर राज सिंह, बिजेंद्र व एएसआइ हरचंद को भी गोलियां लगी हैं। इस मुठभेड़ में एएसआइ जगत सिंह और कुलदीप भी मामूली रूप से घायल हुए हैं।
हीरो हैं मेरे पिता
मुठभेड़ में घायल हुए सब इंस्पेक्टर बिजेंद्र के बेटे को पिता के घायल होने की सूचना शनिवार दोपहर तीन बजे मिली। एक निजी कंपनी में काम करने वाले बिजेंद्र के बेटे ने कहा कि उनके पिता हीरो हैं। उन्हें पिता के साथ-साथ दिल्ली पुलिस पर भी नाज है। वह मानते हैं कि अपराधी कितना भी शातिर क्यों ना हो। एक न एक दिन पुलिस के हत्थे चढ़ता ही है।
छावनी में तब्दील हुआ इलाका
फतेहपुर बेरी में शनिवार को ताबड़तोड़ गोलियों की आवाज सुनकर लोगों में दशहत फैल गई। लोगों को पहले तो लगा कि शायद किसी ने पटाखे छोड़े हैं, लेकिन जब लगातार कई गोलियों की आवाज सुनाई दी तो लगा कि माजरा कुछ और ही है। लोग अपने घरों से बाहर निकलते तो घटनास्थल का मंजर देख हैरान रह गए। उन्हें पता चला कि मुठभेड़ में हरियाणा के एक वांछित बदमाश राजेश भारती समेत चार बदमाशों को गोलियां मारी गई हैं। मुठभेड़ के बाद एक एंबुलेंस मौके पर पहुंची और घायल बदमाशों व पुलिसकर्मियों को एम्स ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया गया। कुछ ही समय में पूरा इलाका छावनी में तब्दील हो गया।
दिल्ली में हुर्इं अब तक की बड़ी मुठभेड़ें
- 16 मई 2015-मध्य जिले के राजेंद्र नगर इलाके में स्थित सागर रत्ना रेस्टोरेंट में मौजूद एक बदमाश और दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा के बीच मुठभेड़ हुई थी।
- 25 अक्टूबर 2013-दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने कुख्यात बदमाश नीतू दबोदिया और उसके साथियों को दक्षिणी दिल्ली के होटल ग्रांड हयात के पास मुठभेड़ में मार गिराया था।
- 19 सितंबर 2008-दिल्ली पुलिस ने जामिया नगर इलाके में छिपे इंडियन मुजाहिद्दीन के संदिग्ध आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की थी। इस मुठभेड़ में दो संदिग्ध आतंकी आतिफ अमीन और मोहम्मद साजिद मारे गए थे, जबकि सैफ मोहम्मद और आरिज खान भागने में कामयाब हो गए थे।
- 3 नवंबर 2002-दिल्ली पुलिस ने दक्षिण दिल्ली स्थित अंसल प्लाजा शॉपिंग कॉम्प्लेक्स की बेसमेंट पार्किंग में लश्कर-ए-तैयबा के दो संदिग्ध आतंकियों को मार गिराया था।
- 31 मार्च 1997-दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने कनॉट प्लेस इलाके में मुठभेड़ को अंजाम दिया गया था। एसीपी एसएस राठी की टीम ने उत्तर प्रदेश का गैंगस्टर समझ कर हरियाणा के कारोबारी प्रदीप गोयल और जगजीत सिंह को गोली मार दी थी।