कैराना में भाजपा की हार के सूत्रधार जयंत चौधरी बोले- मोदीजी से बड़ी कहानी सुना पाना बहुत मुश्किल है
कैराना उपचुनाव में जीत से गदगद आरएलडी नेता जयंत चौधरी अब आगे की तैयारी कर रहे हैं। इंडियन एक्सप्रेस के आइडिया एक्सचेंज प्रोग्राम में उन्होंने कहा कि ये सच है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में युवाओं ने उनका और उनकी पार्टी का साथ छोड़ दिया था, लेकिन ये स्थायी नहीं था। उन्होंने इस बात को माना है कि जनता को पीएम नरेंद्र मोदी से बड़ी कहानी सुना पाना मुश्किल है। जब उनसे पूछा गया कि 2014 के चार साल बाद क्या अब आप युवाओं के मूड में अपनी पार्टी को लेकर कोई बदलाव देखते हैं? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उस दौरान हर पार्टी की पारंपरिक वोट बैंक पर चोट पड़ा था। जयंत चौधरी के मुताबिक, “बीजेपी ने हर स्तर पर प्रचार किया, जो लोग विकास चाहते थे, आर्थिक गतिविधियां चाहते थे, जो 2013 के दंगों को समझ नहीं सके उनके लिए मोदी जी विकास का प्रतिनिधित्व करते थे। इसलिए शहरी, विकास के समर्थक युवाओं ने उन्हें वोट दिया। लेकिन अब कैराना उपचुनाव के नतीजों से साबित हो गया है कि एक बड़ा बदलाव हुआ है। मुझे लगता है ये इकॉनामिक स्टोरी है जिसकी वजह से हम युवाओं से अपना संपर्क फिर से जोड़ सके।”
जब उनसे पूछा गया कि क्या विपक्ष सिर्फ यहीं मानकर चल रहा है कि अर्थव्यवस्था खराब हालत में है इसलिए आपलोगों को वोट मिलेगा, क्या विपक्ष जनता को एक अलग कहानी, बीजेपी से बड़ी स्टोरी नहीं बता सकती है? इस सवाल के जवाब में जयंत चौधरी ने पीएम नरेंद्र मोदी का जिक्र किया और कहा, “उनसे बड़ी कहानी कहना मुश्किल है, क्योंकि वह एक रियल ड्रीमर हैं, उन्होंने पहले ही बुलेट ट्रेन्स और नयी चीजों के बारे में बात कर चुके हैं जो बहुत फैंसी दिखती हैं , इसलिए मुझे नहीं लगता है कि हमें उसी रास्ते पर चलने की जरूरत है।” जयंत चौधरी ने बीजेपी की अवधारणा को चुनौती देने के लिए अपनी रणनीति बताई, “भारतीय जनता पार्टी के नैरेटिव को ज्यादा वास्तविक होकर, जमीन पर उतर कर चुनौती दी जा सकती है, जैसा कि हमने कैराना में किया, मूड को पूरा निगेटिव नहीं रखा जा सकता है, लेकिन लोग आएं और वोट करें इसके लिए अर्थव्यवस्था को बड़ा कारण बनाना पड़ेगा।” उन्होंने भविष्य में बीजेपी के साथ गठबंधन की किसी भी संभावना से इनकार किया है।