बंगला कांड पर बोले अखिलेश- जो अफसर उठाता था प्लेट-कटोरी, वही फैला रहा अफवाह

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बंगला विवाद पर कहा है कि जो अफसर उनके सामने प्लेट-कटोरी उठाया करता था, अब वही अफवाह फैला रहा है और मीडिया को चार विक्रमादित्य मार्ग के अंदर की तस्वीरें दे रहा है। उन्होंने अफसर को नसीहत दी है और कहा है कि सरकारें आती-जाती रहती हैं। इसलिए किसी के बहकावे में नहीं आना चाहिए। परिवार समेत वृंदावन पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर नुकसान हुआ है तो वो उसकी भरपाई कर देंगे। उन्होंने राज्य संपत्ति विभाग को कहा है कि नुकसान हुई संपत्ति की सूची उपलब्ध कराई जाय। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर यूपी के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को बंगला खाली करना पड़ा है। इनमें अखिलेश के साथ-साथ उनके पिता मुलायम सिंह यादव, बसपा सुप्रीम मायावती, राजस्थान के गवर्नर कल्याण सिंह और केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी शामिल हैं। पूर्व मुख्यमंत्री एनडी तिवारी के परिजनों ने तिवारी के मरनासन्न हालत में होने का हवाला देकर बंगला खाली करने के लिए थोड़ा वक्त मांगा है।

इधर, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अखिलेश ने अपने बंगले से सभी कीमती और सजावटी सामान उखाड़ लिए हैं। मीडिया में आ रही तस्वीरों के मुताबिक चार विक्रमादित्य मार्ग स्थित बंगले से एसी, इलेक्ट्रिक उपकरण, सजावट के सामान, विदेशी पेड़-पौधे, कारपेट और टाइल्स भी उखाड़े गए हैं। अखिलेश के बंगले का स्वीमिंग पूल भी पाट दिया गया था। बंगले की दीवार पर भी कई जगह तोड़ फोड़ के निशान मिले हैं। हालांकि, बंगला में स्थित मंदिर के हिस्से को नहीं छेड़ा गया है। वह जस का तस है। बंगले से टीवी, फर्नीचर, पंखे और अन्य सामान भी नदारद हैं।

इधर, मीडिया में आलोचना झेलने के बाद अखिलेश ने ट्वीट किया, “विपक्षी मकान को व्हाइट हाउस कह रहे हैं, तो क्या ने सब खुद ब्लैक हाउस में रहते हैं?” समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता सुनील सिंह यादव ‘साजन’ ने आरोप लगाया है कि बीजेपी सरकार अखिलेश यादव को बदनाम करना चाह रही है। उन्होंने सवाल खड़े किए कि आखिर केवल सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का ही बंगला क्यों मीडिया के लिए खोला गया? यह तो उनको बदनाम करने की साजिश है। उन्होंने पूछा कि राज्य संपत्ति विभाग बताए कि उन्हें सरकारी बंगले में कितना सामान अलॉट किया गया था?

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