टिकट बंटवारे से नाराज हो OLX पर डाल दिया कांग्रेस दफ्तर बेचने का ऐड, 10 हजार रुपए लगाई कीमत
केरल में कांग्रेस नेतृत्व के एक फैसले से पार्टी कार्यकर्ता और नेता इस कदर नाराज हैं कि एक कार्यकर्ता ने तो ओएलएक्स पर कांग्रेस कार्यालय ही बेचने का एड लगा दिया। ओएलएक्स पर कांग्रेस मुख्यालय की कीमत 10000 रुपए लगायी गई है। यह मामला शनिवार रात का है और ओएलएक्स पर केरल के कांग्रेस मुख्यालय ‘इंदिरा भवन’ को बिक्री के लिए डालने वाले शख्स का नाम अनिएश है। फिलहाल इस शख्स के बारे में अभी और जानकारी नहीं मिल सकी है। ऐड के साथ यह भी लिखा है कि कांग्रेस मुख्यालय खरीदने के लिए केरल कांग्रेस (एम) इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग से संपर्क करने की बात लिखी गई है।
क्या है कारणः बता दें कि केरल में जल्द ही राज्यसभा चुनाव होने हैं। इस दौरान 3 राज्यसभा सीटों के लिए सांसदों का चुनाव होना है। विधायकों की संख्या के हिसाब से तीन में से 2 सीटों पर लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट (एलडीएफ) का कब्जा होना तय है। ऐसे में कांग्रेस नीत यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के हिस्से में एक सीट आएगी। लेकिन कांग्रेस नेतृत्व ने यह सीट भी यूडीएफ में अपनी सहयोगी पार्टी केरल कांग्रेस (एम) को देने का फैसला लिया है। कांग्रेस नेतृत्व के इस फैसले से पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता नाराज बताए जा रहे हैं।
राहुल गांधी को लिखा पत्रः इसी मुद्दे पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए केरल के 6 कांग्रेसी विधायकों वीटी बलराम, सफी पारामबिल, हीबी इडेन, रोजी एम. जॉन, केएस सबरीनधान और अनिल अक्कारा ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखा है। इस पत्र में विधायकों ने लिखा है कि हम राज्यसभा सीट को केरल कांग्रेस (एम) को दिए जाने के फैसले का विरोध करते हैं, क्योंकि केरल कांग्रेस (एम) अब यूडीएफ का हिस्सा भी नहीं है। यह कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की भावनाओं से खिलवाड़ है। इसलिए हम इस फैसले पर फिर से विचार करने की मांग करते हैं और आगामी राज्यसभा चुनावों में कांग्रेस के उम्मीदवार को उतारने की अपील करते हैं।
पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष वीएम सुधीरन ने भी कांग्रेस नेतृत्व के इस फैसले को आत्मघाती करार दिया है और कहा है कि फिलहाल कांग्रेस को मजबूत करने की जरुरत है और यूडीएफ तभी मजबूत होगा, जब कांग्रेस मजबूत होगी। राज्यसभा सीट केरल कांग्रेस को गिफ्ट में दे देने से कांग्रेस कार्यकर्ता खुश नहीं हैं। यहां तक कि केरल कांग्रेस (एम) भी यह बात जानती है कि इस सीट पर उसका कोई अधिकार नहीं है। पहले खबर थी कि कांग्रेस इस सीट पर पूर्व राज्यसभा सांसद और डिप्टी चेयरमैन पीजे कूरियन को ही फिर से राज्यसभा भेज सकती है, लेकिन बाद में पार्टी ने अपना यह फैसला टाल दिया।