पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एम्स में भर्ती, हालत स्थिर
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में भर्ती कराया गया है। AIIMS द्वारा एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी गई। एएनआई के अनुसार, वाजपेयी को रूटीन चेकअप के लिए भर्ती किया गया है और अब उनकी हालत स्थिर है। एम्स के प्रवक्ता बी.एन.आचार्य ने कहा कि वाजपेयी (93) एम्स के निदेशक व पलमोनोलॉजिस्ट रणदीप गुलेरिया के देखरेख में रहेंगे। वाजपेयी लंबे समय से श्वसन तंत्र की बीमारी से जूझ रहे हैं और खराब होती सेहत के चलते उन्हें राजनीति से अलग होना पड़ा था।
1924 में जन्मे वाजपेयी ने 1942 के ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ के दौरान राजनीति शुरू की। वह संयुक्त राष्ट्र महासभा को हिन्दी में संबोधित करने वाले पहले विदेश मंत्री हैं। अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे हैं। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन का नेतृत्व करते हुए प्रधानमंत्री बनने वाले वह पहले गैर-कांग्रेसी नेता हैं। बतौर सांसद वाजपेयी का कार्यकाल चार दशक से भी लंबा रहा है और वह 10 बार लोकसभा के लिए तथा दो बार राज्यसभा के लिए चुने जा चुके हैं।
#UPDATE Atal Bihari Vajpayee’s condition is stable and a team of doctors under the supervision of Dr Randeep Guleria, Director AIIMS are conducting tests: All India Institute of Medical Sciences
— ANI (@ANI) June 11, 2018
2009 में राजनीति से संन्यास लेने से पहले वाजपेयी उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से चुनाव लड़ते रहे। पूर्व प्रधानमंत्री को 2015 में भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्हें पद्म विभूषण भी मिल चुका है।
वाजपेयी भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। जब मोरारजी देसाई की सरकार गिरी तो वाजपेयी ने जनसंघ को 1980 में भारतीय जनता पार्टी के रूप में नए सिरे से खड़ा किया। वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी की जोड़ी को भाजपा को राष्ट्रीय पटल तक लाने और सफलतापूर्वक केंद्र में सरकार बनाने के लिए याद किया जाता है।