मिनिमम बैलेंस का नहीं है पैसा, फिर भी ICICI, HDFC, SBI में खोल सकते हैं खाता, यह है तरीका
आप अपने खाते में न्यूनतम बैलेंस न रख पाते हों तो ये खबर आपको जरूर राहत देगी। आप बैंक में साधारण बैंक बचत खाता खुलवा सकते हैं। ये खाता ज्यादातर बैंकों के द्वारा उपभोक्ताओं को दिया जाता है। इस खाते में न्यूनतम बैलेंस रखने की बाध्यता नहीं होती है। यहां तक कि अगर आपके खाते में पैसे ही न हों फिर भी बैंक आप पर जुर्माना नहीं लगा सकती है। सभी शीर्ष बैंक जैसे स्टेट बैंक आॅफ इंडिया, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक आपको साधारण बैंक बचत खाता खोलने का विकल्प देते हैं।
एसबीआई में खाता खुलवाने के ये हैं फायदे : एसबीआई में जीरो बैलेंस खाता खुलवाने पर आपको साधारण रूपे एटीएम सह डेबिट कार्ड जारी किया जाएगा। ये बिल्कुल नि:शुल्क मिलता है। इसमें कोई भी सालाना रखरखाव शुल्क नहीं देना पड़ता है। इस कार्ड के जरिए इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट चैनल जैसे NEFT/RTGS जैसे लेनदेन निशुल्क किए जा सकते हैं। इस कार्ड के जरिए केन्द्र/राज्य सरकारों के द्वारा जारी चेक पर जमा/निकासी बिल्कुल निशुल्क की जाती है।
खाते का संचालन न करने पर भी स्टेट बैंक कोई भी शुल्क नहीं लेती है। एकाउंट बंद करवाने का भी कोई शुल्क नहीं लगता है। महीने भर में अधिकतम चार बार धन की निकासी की जा सकती है। इस निकासी में एसबीआई या अन्य बैंकों के एटीएम से धन की निकासी, RTGS/NEFT, क्लियरिंग, ब्रांच से धन निकासी, हस्तांतरण, इंटरनेट से निकासी/ईएमआई शामिल हैं। ग्राहक इस खाते से एक महीने में अधिकतम चार बार धन निकासी कर सकते हैं।
कितना ब्याज देगी एसबीआई : एसबीआई जीरो बैलेंस खातों पर ब्याज दर वही रखती है जो बचत खाते पर रखी जाती है। बचत खाते में अधिकतम एक करोड़ रुपये तक नगद रखा जा सकता है। वहीं साधारण बैंक बचत खाते में प्रतिवर्ष 3.5 प्रतिशत का ब्याज मिलता है। वहीं बचत खाते में एक करोड़ रुपये से ज्यादा का बैलेंस रखने पर बैंक चार प्रतिशत प्रति वर्ष ब्याज देता है।
आईसीआईसीआई के न्यूनतम जीरो बैलेंस खाते के फायदे: आईसीआईसीआई बैंक न्यूनतम जीरो बैलेंस खाते के ग्राहकों को उसकी मूल शाखा पर पासबुक सुविधा देता है। इसके अलावा रोज की खर्च करने या धन निकालने की अधिकतम सीमा 10 हजार रुपये प्रतिदिन है। अगर इस सुविधा की तुलना एसबीआई से करें आईसीआईसीआई बैंक ग्राहकों को रकम निकालने और एटीएम से लेनदेन की सुविधा प्रदान नहीं करता है। आईसीआईसीआई इस खाते के ग्राहकों को 15 पृष्ठों वाली चेकबुक निशुल्क जारी करता है। हर अतिरिक्त चेकबुक के लिए ग्राहक से अतिरिक्त 30 रुपये लिए जाते हैं। लेकिन आईसीआईसीआई की इंटरनेट बैंकिंग सुविधा इस खाते के साथ निशुल्क मिलती है।
इतना ब्याज देता है आईसीआईसीआई: आईसीआईसीआई बैंक के जीरो बैलेंस खाते पर सामान्य बचत खाते जितना ही ब्याज मिलता है। 50 लाख रुपये प्रतिदिन से कम बैलेंस रखने वालों को आईसीआईसीआई 3.5 फीसदी वार्षिक ब्याज देता है। जबकि 50 लाख से ज्यादा बैलेंस रखने वालों को आईसीआईसीआई 4 फीसदी प्रतिमाह की दर से ब्याज देता है। ब्याज दैनिक आधार पर गिना जाता है। इसके बाद ब्याज की गणना रिजर्व बैंक आॅफ इंडिया के द्वारा जारी किए गए रेट के आधार पर की जाती है।
क्या हैं एचडीएफसी के जीरो बैलेंस खाते के फायदे: एचडीएफसी बैंक ग्राहक को सुरक्षा जमा लॉकर और सुपर बचत की सुविधाएं जीरो बैलेंस खाते के ग्राहकों को प्रदान करती है। एचडीएफसी बैंक ग्राहकों को सभी ब्रांच और एटीएम से निशुल्क पासबुक, कैश और चेक से जमा और निकासी की सुविधा, रुपे कार्ड, आजीवन बिल पे, तुरंत शिकायत निवारण और ई—मेल से स्टेटमेंट की सुविधा भी प्रदान करती है। ग्राहकों को प्रति माह चार बार निकासी, एटीएम, RTGS/NEFT, क्लियरिंग, ब्रांच से नगद निकासी, हस्तांतरण, इंटरनेट से निकासी, ईएमआई आदि की सुविधा मिलती है।
अगर निकासी एक महीने में चार बार से ज्यादा हो जाए तो, बैंक जीरो बैलेंस बचत खाते को साधारण खाते में बदल देता है। इसके बाद बैंक खाते पर साधारण बैंक बचत खाते के सभी नियम लागू होने लगते हैं। नेट बैंकिंग, फोन बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग की सुविधा के जरिए आप अपने खाते का बैलेंस भी चेक कर सकते हैं या फिर बिल पे कर सकते हैं। आप एसएमएस सुविधा का उपयोग करते हुए अपने चेक के भुगतान पर रोक भी लगा सकते हैं।
कितना मिलता है ब्याज: एचडीएफसी बैंक जीरो बैलेंस बचत खाते पर 50 लाख या उससे अधिक पर 4 प्रतिशत वार्षिक की ब्याज दर देता है। यदि खाते में 50 लाख से कम की रकम हो तो एचडीएफसी बैंक 3.50 फीसदी की ब्याज दर देता है। दोनों ही ब्याज दर एचडीएफसी बैंक के सामान्य बचत खाते के बराबर है।