गुजरात में लेस्बियन जोड़े ने तीन साल के बच्चे को पानी में फेंकने के बाद खुद भी कर ली आत्महत्या
गुजरात में लेस्बियन जोड़े ने तीन साल के बच्चे को पानी में फेंकने के बाद खुद भी आत्महत्या कर ली। घटना (11 जून) सोमवार की है। पुलिस के मुताबिक इस जोड़े ने बच्चे को साबरमती नदी में फेंक दिया और फिर सुसाइड कर ली। पुलिस ने इस जोड़े के पास से सुसाइड नोट भी बरामद किया है। इस सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा कि वो एक होने के लिए दुनिया से दूर हो गए। लेकिन दुनिया उन्हें जीवित नहीं रहने देगी। पुलिस का कहना है कि लेस्बियन रिश्ते में आई परेशानियों की वजह से इन दोनों महिलाओं ने आत्महत्या कर ली। पुलिस के मुताबिक इनमें से एक महिला की शादी हो चुकी थी और उसे तीन साल की बच्ची भी है। उसने नदी में छलांग लगाने से पहले अपनी बच्ची को पानी में फेंका और फिर दोनों महिलाओं ने खुद को दुपट्टे से बांध कर नदी में छलांग लगा दी।
मृतकों की पहचान 30 साल की आशा ठाकुर, 29 साल की भावना ठाकोर और तीन साल की मेघा के रूप में हुआ है। पुलिस का कहना है कि दोनों महिलाएं अहमदाबाद जिले के राजोदा गांव में एक निजी कंपनी में एक साथ काम करती थीं। आशा ठाकोर बावला इलाके की रहने वाली थी, जबकि भावना ठाकोर राजोदा गांव की रहने वाली थी।
आपको याद दिला दें कि साल 2016 में देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से भी एक ऐसी ही खबर आई थी। मुंबई में लेस्बियन जोड़े ने अपने रिश्तों में आई परेशानियों की वजह से आत्महत्या करने की कोशिश की थी। इनमें से एक युवती की मौत हो गई थी जबकि दूसरी युवती को बड़ी मुश्किल से बचाया जा सके। बता दें कि दोनों के रिश्ते को उनके घऱवालों ने स्वीकार करने से इनकार कर दिया था, इसीलिए इस जोड़े ने आत्महत्या जैसे कदम उठाए थे।
आपको बता दें कि पिछले कुछ सालों में समलैंगिकों के आत्मघाती कदम उठाने या फिर उन्हें प्रताड़ित किये जाने के कई मामले सामने आए हैं। ज्यादातर मामलों में घरवालों या फिर उन्हें जानने वालों पर ही उन्हें प्रताड़ित करने का आरोप लगा है।