अखिलेश यादव द्वारा खाली किए गए बंगले में तोड़फोड़, सभी की होगी जांच
उत्तर प्रदेश के लखनऊ के चार विक्रमादित्य मार्ग स्थित पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा खाली किए गए सरकारी बंगले में तोड़फोड़ की शिकायत के बाद राज्य संपत्ति विभाग सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों द्वारा खाली किए गए बंगलों की जांच करवाने जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राज्य संपति विभाग ने इन बंगलों के सामानों की सूची भी बनानी शुरू कर दी है। सामान का मिलान सरकारी रिकॉर्ड से किया जाएगा। गड़बड़ी पाए जाने के सूरत में सभी आवंटियों को नोटिस भेजा जाएगा। राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारी योगेश शुक्ला ने बताया कि सभी खाली किए गए बंगलों का अपने रिकॉर्ड से मिलान करवाया जाएगा। सभी निर्माण और सामान का ब्यौरा विभाग के पास मौजूद है। अगर जांच में पता चलेगा कि तोड़फोड़ जानबूझकर की गई है और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया है, तो नोटिस और रिकवरी की कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि इससे पहले बंगले में तोड़फोड़ संबंधी खबरें मीडिया में आने पर अखिलेश यादव कह चुके हैं कि अगर राज्य सरकार उन्हें सामानों की सूची मुहैया कराती है तो वह सारी भरपाई कर देंगे। उन्होंने इसे बीजेपी के द्वारा उनकी छवि खराब करने की साजिश करार दिया।
एक और विवाद में समाजवादी पार्टी (सपा) और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में ठन गई है। मीडिया खबरों के मुताबिक लखनऊ स्थित आलमबाग बस अड्डे को लेकर सपा और भाजपा आमने-सामने हैं। इस अत्याधुनिक बसअड्डे का उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को करेंगे लेकिन इससे पहले ही इसको लेकर हंगामा मच गया है। सपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह काम पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कराया था, इसीलिए उद्घाटन से पहले वह लोगों को मिठाई बांट रहे हैं। विधान परिषद सदस्य सुनील साजन के नेतृत्व में पहुंचे कार्यकर्ताओं ने जनता से कहा कि अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस ये बसअड्डा तो अखिलेश सरकार की उपलब्धि है, योगी तो सिर्फ इसका उद्घाटन करने आ रहे हैं।
इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़े के बीच ‘काम किया है काम करेंगे, झूठे वादे नहीं करेंगे’ के नारे लगाए। इसके बाद सपा कार्यकर्ताओं ने बसअड्डे से बाहर निकलकर कानपुर रोड पर भी गाड़ियों को रोक-रोककर लोगों को मिठाई बांटी। सपा पर पलटवार करते हुए भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि सत्ता के बाहर जाने के बावजूद समाजवादी पार्टी अपने मूल चरित्र को छोड़ नहीं पा रही है। सपा के कार्यकर्ता जानबूझकर ओछी हरकत कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अखिलेश ने अपने कार्यकाल में केवल एक निर्माण किया और वह भी अपने बंगले का।