तानाशाह से ज्यादा नहीं होनी चाहिए कमांडो की हाइट! किम जोंग के ‘रनिंग बॉडीगार्ड्स’ की खासियत जान हो जाएंगे हैरान

उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच सिंगापुर में हो रही मुलाकात पर पूरी दुनिया की नजर है। इस मुलाकात से जुड़ी हर छोटी-बड़ी चीज मीडिया में सुर्खियां बटोर रही है। इसी कड़ी में किम जोंग उन के बॉडीगार्ड्स ने भी दुनिया भर के मीडिया को अपनी ओर आकर्षित किया है। डार्क कलर के सूट में सजे ये बॉडीगार्ड्स किम जोंग उन की कार को तीन तरफ से घेरकर दौड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। बीते दिनों उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के नेताओं के बीच हुई ऐतिहासिक मुलाकात के वक्त भी किम जोंग उन के बॉडीगार्ड्स पर सभी की नजरें गईं थी, अब डोनाल्ड ट्रंप के साथ मुलाकात के वक्त भी किम जोंग उन के बॉडीगार्ड्स चर्चा में बने हुए हैं। खास बात ये है कि ये सभी 12 बॉडीगार्ड्स किम जोंग उन की लंबाई के बराबर ही हैं। सूत्रों के अनुसार, किम जोंग उन के बॉडीगार्ड बनने की यह पहली शर्त है कि जवान किम की लंबाई के बराबर ही होना चाहिए।

कड़ी ट्रेनिंग के बाद चुने जाते हैंः बीबीसी की एक खबर के अनुसार, ये बॉडीगार्ड्स कड़ी ट्रेनिंग के बाद चुने जाते हैं। उत्तर कोरियाई सेना के इलीट मिलिट्री ग्रुप में से इन जवानों का चयन होता है। ये सभी जवान अत्याधुनिक हथियारों और बैकअप हथियारों से लैस होते हैं। किम जोंग उन की सुरक्षा के लिए चुने जाने वाले बॉडीगार्ड्स फिटनेस और दृष्टि योग्यता में अव्वल होने चाहिए। साथ ही ये जवान किम जोंग उन की लंबाई के बराबर और मार्शल आर्ट में पारंगत होने चाहिए। इन जवानों के चुनाव से पहले उनके परिजनों और बड़े बुजुर्गों का इतिहास भी देखा जाता है और पूरी जांच पड़ताल के बाद ही उनका चयन किया जाता है।

इन जवानों की ट्रेनिंग का स्तर इसी बात से आंका जा सकता है कि ये जवान सिर्फ अपने हाथों से ही किसी की हत्या कर सकते हैं। बता दें कि किम जोंग उन को उत्तर कोरिया के अंदर और बाहर अपनी हत्या का डर सताता है। यही वजह है कि वह अपने बॉडीगार्ड्स के चुनाव में बेहद सतर्कता बरतते हैं। खबर है कि किम जोंग उन सिंगापुर में डोनाल्ड ट्रंप के साथ मुलाकात के लिए अपना टॉयलेट अपने साथ लाया है, ताकि कोई उसके मल की जांच कर उसके स्वास्थ्य के बारे में कोई जानकारी ना हासिल कर ले। सिंगापुर ने भी डोनाल्ड ट्रंप और किम जोंग उन की मुलाकात के लिए सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए हैं। टाइम्स ऑफ सिंगापुर की एक रिपोर्ट के अनुसार,  सेंटोसा द्वीप पर, जहां दोनों नेताओं की मुलाकात होनी है, वहां ड्रोन कैमरे, ज्वलनशील पदार्थ और झंडे या बैनल ले जाने की सख्त मनाही है।

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