अभी अस्पताल में ही रहेंगे अटल बिहारी वाजपेयी, डॉक्टरों ने बताया सेहत का ताजा हाल
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान(AIIMS) में इलाज के लिए भर्ती हैं। एम्स ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का मेडिकल बुलेटिन जारी कर बताया कि उनकी हालत स्थिर है। उन्हें एंटीबायोटिक दवाएं दी जा रही है, जिसके अनुकूल परिणाम मिल रहे हैं। सभी महत्वपूर्ण पैरामीटर स्थिर हैं। डॉक्टरों का कहना है कि जब तक संक्रमण नियंत्रित नहीं होता, तब तक उन्हें अस्पताल में रहना होगा। यानि अभी वाजपेयी को अस्पताल से डिस्चार्ज नहीं किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने सोमवार 11 जून को बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी को यूरिन इन्फेक्शन की वजह से एम्स लाया गया। इससे पहले केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने भी कहा- चिंता की कोई बात नहीं है, अटलजी ठीक हैं। 93 साल के वाजपेयी एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया की निगरानी में हैं।
वाजपेयी के भर्ती कराए जाने के बाद एम्स में विशिष्ट व्यक्तियों का दौरा शुरू हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने यहां पहुंचकर वाजपेयी की तबीयत का हाल लिया। प्रधानमंत्री करीब 50 मिनट तक एम्स में रहे। उन्होंने वाजपेयी के परिवार से बात की और डॉक्टरों से पूर्व पीएम की तबीयत की जानकारी ली।
बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय जनसंघ के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं। 1980 में वाजपेयी ने जनसंघ को भारतीय जनता पार्टी के रूप में नए सिरे से खड़ा किया। वाजपेयी और आडवाणी की जोड़ी को भाजपा को राष्ट्रीय पटल तक लाने और सफलतापूर्वक केंद्र में सरकार बनाने के लिए याद किया जाता है। पूर्व प्रधानमंत्री को 2015 में भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, भारत रत्न से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा उन्हें पद्म विभूषण भी मिल चुका है।