आध्यात्मिक गुरु भैय्यूजी महाराज ने खुद को गोली मारकर कर ली खुदकुशी, सामने आया सुसाइड नोट
आध्यात्मिक गुरु भैय्यूजी महाराज ने खुद को गोली मारकर खुदकुशी कर ली है। फिलहाल आध्यात्मिक गुरु भैय्यूजी महाराज द्वारा खुदकुशी करने का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। खुद को गोली मारने के बाद उन्हें इंदौर के बॉम्बे हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। बता दें कि मध्य प्रदेश में भैय्यूजी महाराज को जबरदस्त लोकप्रियता हासिल थी। संत होने के साथ ही भैय्यूजी महाराज सियाराम शूटिंग शर्टिंग के लिए पोस्टर मॉडलिंग भी कर चुके थे। भैय्यूजी महाराज आध्यात्मिक गुरु होने के साथ ही मध्य प्रदेश की राजनीति में भी गहरी पैठ रखते थे। महाराष्ट्र में उन्हें राष्ट्र संत का दर्जा मिला हुआ था। भाजपा नेता नितिन गडकरी और संघ प्रमुख मोहन भागवत भी उनके भक्तों की सूची में शामिल हैं।
1968 में जन्मे भैय्यू जी महाराज का असली नाम उदयसिंह देखमुख है। वह कपड़ों के एक ब्रांड के लिए कभी मॉडलिंग भी कर चुके हैं। भैय्यू महाराज का देश के दिग्गज राजनेताओं से संपर्क था। हालांकि वह शुजालपुर के जमींदार परिवार से ताल्लुक रखते थे। भैय्यू जी महाराज तब चर्चा में आए थे जब 2011 में अन्ना हजारे के अनशन को खत्म करवाने के लिए तत्कालीन केंद्र सरकार ने उन्हें अपना दूत बनाकर भेजा था। इसी के बाद ही अन्ना ने उनके हाथ से जूस पीकर अनशन तोड़ा था। इसके अलावा जब पीएम बनने के पहले गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मोदी सद्भावना उपवास पर बैठे थे। तब उपवास खुलवाने के लिए उन्होंने भय्यू महाराज को आमंत्रित किया था।
हाईप्रोफाइल माने जाने वाले भैय्यू महाराज धार्मिक और सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने के लिए भी जाने जाते हैं। सद्गुरु दत्त धार्मिक ट्रस्ट उनके ही देखरेख में चलता है। उनका मुख्य आश्रम इंदौर के बापट चौराहे पर है। पूर्व प्रेसिडेंट प्रतिभा पाटिल, पीएम नरेंद्र मोदी, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम विलासराव देशमुख, शरद पवार, लता मंगेशकर, उद्धव ठाकरे और मनसे के राज ठाकरे, आशा भोंसले, अनुराधा पौडवाल भी उनके आश्रम आ चुके हैं।