पिछले दो दिनों से दिल्ली का आसमान धूल के बादल की गिरफ्त में, गंभीर के स्तर के पार हुआ पीएम10
पिछले दो दिनों से दिल्ली का आसमान धूल के बादल की गिरफ्त में है। पश्चिम भारत में धूल भरी आंधी के कारण दिल्ली में बुधवार को वायु की गुणवत्ता ‘गंभीर’ स्तर से अधिक बिगड़ गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक आंधी के कारण हवा में मोटे कणों की खतरनाक स्तर तक बढ़ोतरी हुई है। भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) के पूर्वानुमान के मुताबिक गुरुवार को भी 30-35 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से धूल भरी हवाएं चलेंगी। सीपीसीबी के आंकड़े के मुताबिक, ‘दिल्ली-एनसीआर इलाके में पीएम 10 (10 मिमी से कम व्यास वाले कण) का स्तर 778 पर पहुंच गया है। जो ‘अत्यंत गंभीर’ के स्तर से काफी ऊपर है।
दिल्ली में यह विशेषकर 824 पर है। इसके कारण धुंध की स्थिति है जिससे दृश्यता का स्तर सीमित है। केंद्र सरकार द्वारा संचालित सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च इंस्टीच्यूट के एक वैज्ञानिक गुफ्रान बेग ने बताया कि धूल भरी आंधी ने दिल्ली-एनसीआर में वायु की गुणवत्ता को बिगाड़ दिया है। उन्होंने बताया ,‘देश के पश्चिमी हिस्से में धूल भरी आंधी से हवा में भारी पैमाने पर मोटे कणों की बढ़ोतरी हुई है जिसके कारण दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में उछाल आया है। ’
बेग ने बताया, ‘तेज रफ्तार (30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा) में चलने वाली आंधी के साथ इस तरह की धूल भरी आंधी काफी देर तक नहीं रहेगी क्योंकि बुधवार शाम तक वायु की गुणवत्ता सामान्य स्तर पर लौट आएगी।’ सीपीसीबी के मुताबिक दिल्ली में कई जगहों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक 500 स्तर को पार कर गया है। पूर्वी दिल्ली के आनंद विहार इलाके में 891 एक्यूआइ दर्ज किया गया। आइएमडी के मुताबिक गुरुवार को 30-35 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से धूल उड़ाने वाली तेज हवाएं चलने की संभावना है। ऐसे में दिल्ली की वायु गुणवत्ता में फिलहाल सुधार के आसार कम जान पड़ते हैं।