शहीद औरंगजेब को मारने से पहले आतंकियों ने टॉर्चर करके बनाया VIDEO
हिज्बुल मुजाहिद्दीन के आतंकियों ने शुक्रवार (15 जून) को एक वीडियो जारी किया। इस वीडियो में 44 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर) के जवान शहीद औरंगजेब दिख रहे हैं। आतंकियों ने औरंगजेब की हत्या करने से पहले उन्हें टॉर्चर किया। इस वीडियो में आतंकियों की ये करतूत साफ दिखाई दे रही है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक ये वीडियो जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले के गुस्सू के जंगलों में फिल्माया गया लगता है। इस वीडियो में आतंकी कहते सुनाई पड़ रहे हैं कि उन्होंने अक्टूबर 2017 में मारे गये वसीम शाह नाम के आतंकी की मौत का बदला लेने के लिए उन्होंने औरंगजेब को किडनैप किया है। आतंकी उर्दू और हिन्दी में जवान औरंगजेब से बात कर रहे हैं। बता दें कि औरंगजेब पूंछ जिले के उस इलाके से ताल्लुक रखते थे जहां लोग आसानी से हिन्दी में बात कर सकते हैं। इस वीडियो में आतंकी औरंगजेब से उसकी पोस्ट, पोस्टिंग का समय, उसके सुपरवाइजिंग ऑफिसर का नाम जैसी जानकारियां पूछ रहे हैं।
आतंकी जवान औरंगजेब से यह भी जानना चाहते हैं कि वह किसके साथ ऑपरेशन पर जाते हैं। इस दौरान आतंकी किसी मेजर शुक्ला का नाम लेते हैं। इसके जवाब में औरंगजेब जवाब देते हैं, “मेरे पिता जी का नाम मोहम्मद हनीफ है, मैं पूंछ से हूं और हां मैं मेजर शुक्ला को रिपोर्ट करता हूं।” आतंकी औरंगजेब से यह भी पूछते हैं कि क्या वो उस आर्मी यूनिट का हिस्सा था जिसने वसीम शाह के खिलाफ ऑपरेशन किया था।औरंगजेब 44 राष्ट्रीय राइफल्स द्वारा अंजाम दिये गये कई ऑपरेशन का हिस्सा थे। इस यूनिट ने हिज्बुल के आतंकी समीर टाइगर का खात्मा किया था। 30 अप्रैल को हुए एक मुठभेड़ में सेना ने उसे मार गिराया था। इस ऑपरेशन में कमांडर सद्दाम भी मारा गया था।
बता दें कि 14 जून को जम्मू एवं कश्मीर के शोपियां जिले में आतंकवादियों ने औरंगजेब का का अपहरण कर लिया था। पुलिस के मुताबिक राजौरी जिले की ओर जाते हुए आतंकवादियों ने औरंगजेब के वाहन को कालामपोरा क्षेत्र में रोक लिया और उसका अपहरण कर लिया था। सेना ने उसकी रिहाई की कोशिश भी थी, लेकिन इसमें कामयाबी नहीं मिली थी, 15 जून की रात को उनका शव मिला था।