जम्मू कश्मीर में संघर्षविराम खत्म: सेना फिर शुरू करेगी आतंकियों के खात्मे का अभियान

जम्मू कश्मीर में ईद खत्म होने के साथ ही केन्द्र सरकार ने आतंकियों के खिलाफ चल रहे एकतरफा संघर्षविराम को भी खत्म कर दिया है। गृहमंत्रालय ने कहा है कि अब आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन फिर से शुरू होगा। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर इस फैसले की जानकारी दी। गृहमंत्रालय के ट्विटर हैंडल एचएमओ इंडिया ने ट्वीट किया, “भारत सरकार ने फैसला किया है कि रमजान के शुरुआत में घोषित किये गये ऑपरेशन के स्थगन को अब और बढ़ाया नहीं जाएगा, आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन को फिर से शुरू किया जाएगा। सरकार रमजान के दौरान उकसावे वाली कार्रवाई के बावजूद सेना द्वारा दिखाये गये धैर्य की सराहना करती है। सरकार जम्मू कश्मीर में आतंक और हिंसा मुक्त माहौल के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है”

बता दें कि जम्मू-कश्मीर में सेना की ओर से एकतरफा सीजफायर घोषित करने के आज ठीक एक महीने पूरे हो गये। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि 17 मई 2018 को भारत सरकार ने फैसला किया था कि सुरक्षा बल जम्मू और कश्मीर में रमजान के पवित्र महीने में आतंकियों के खिलाफ अपनी ओर से कार्रवाई नहीं करेंगे, ये फैसला जम्मू कश्मीर के शांति प्रिय लोगों के हित में लिया गया था, ताकि वे एक बेहतर माहौल में रमजान मना सकें। राजनाथ सिंह ने कहा कि इस दौरान सेना ने गजब के धैर्य का परिचय दिया और आतंकियों द्वारा भड़कावे वाली कार्रवाई के बावजूद उन्होंने प्रतिक्रिया नहीं दी। गृहमंत्री ने कहा कि इस फैसले की जम्मू कश्मीर समेत पूरे देश में तारीफ हुई, लोगों ने राहत की सांस ली।

The Government of India decides not to extend the suspension of operations in J&K announced in the beginning of Ramazan.

गृह मंत्री ने आगे कहा कि जहां सेना इस दौरान उकसावे वाली कार्रवाई से घबरायी नहीं, वहीं आतंकियों ने रमजान के पवित्र महीने में भी हिंसा नहीं छोड़ी। गृहमंत्री के अनुसार इस दौरान आतंकियों द्वारा किये गये हमले में नागरिकों और सुरक्षा बलों की जान गई, लोग घायल हुए। गृह मंत्री ने कहा कि सुरक्षाबलों को निर्देश दिया गया है कि वे पहले की तरह ही आतंकियों को हमला करने से रोकने और हिंसा एवं हत्या करने से रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाएं। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि समाज के सभी शांति प्रिय लोग एक साथ आएं और आतंकियों को अलग थलग करें, साथ ही जो युवा मुख्यधारा से अलग होकर भटक चुके हैं, उनकी शांति के पथ पर लौटने में मदद करें।

बता दें कि ईद से ठीक से पहले जम्मू-कश्मीर में राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी और उनके दो सुरक्षाकर्मियों की हत्या, इसके तुरंत बाद ईद मनाने जा रहे सेना के जवान औरंगजेब की अगवाकर हत्या से घाटी के लोगों में आतंकवादियों के खिलाफ सख्त नाराजगी है। शहीद औरंगजेब के पिता ने भारत सरकार से मांग की है कि सेना 72 घंटे में उनके बेटे की शहादत का बदला आतंकवादियों से ले।

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