बीजेपी के पूर्व मंत्री ने आचार्य प्रमोद को कहा लड़कियों का सप्लायर

बीजेपी के पूर्व मंत्री आईपी. सिंह ने आध्‍यात्मिक गुरु आचार्य प्रमोद कृष्‍णम पर तीखा हमला बोला है। भाजपा के वरिष्‍ठ नेता ने आचार्य प्रमोद को ल‍ड़कियों का सप्‍लायर तक करार दे दिया। आचार्य प्रमोद कृष्‍णम ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पर आपत्तिजनक टिप्‍पणी की थी, जिसके बाद जुबानी जंग छिड़ गई। आचार्य प्रमोद कृष्‍णम ने ट्वीट किया था, ‘शिवसेना कहती है कि रक्षा मंत्री कमजोर है। अरे साहब चपरासियों को मंत्री नहीं कहा जाता।’ आईपी. सिंह ने इस पर आचार्य प्रमोद के खिलाफ गंभीर टिप्‍पणी कर दी। उन्‍होंने ताबड़तोड़ दो ट्वीट कर डाले। भाजपा नेता ने पहले ट्वीट में लिखा, ‘सत्‍ता के दलालों को संत, आचार्य आदि नामों से भी नहीं पुकारा जाता है खट्टा अचार।’ आईपी. सिंह ने दूसरे ट्वीट में लिखा, ‘तुम (आचार्य प्रमोद) तो लड़कियों की सप्‍लाई कांग्रेसियों को करते रहे। यह तो तुम्‍हारा पुराना धंधा है। फिलहाल तुमसे लाख गुना अच्‍छे चपरासी होते हैं अचार।’ आचार्य प्रमोश कृष्‍णम कई मौकों पर भाजपा पर हमला बोलते रहे हैं। वह कश्‍मीर में एकतरफा संघर्ष विराम पर भी सवाल उठा चुके हैं। उन्‍होंने कुछ दिनों पहले एक ट्वीट में लिखा था, ‘सीजफायर का नतीजा देख लिया। शुजात बुखारी और औरंगजेब को किस तरह से मारा है। रमजान मुसलमानों के लिए मुकद्दस है, शैतानों के लिए नहीं।’

रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण पर आचार्य प्रमोद कृाष्‍णम की टिप्‍पणी पर लोगों ने भी तीखी प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त की। जितेंद्र सिंह ने लिखा, ‘लोगों को कहते सुना है कि कांग्रेसी सरकार में सोनिया के चाटुकार और चपरासियों को ही मंत्री बनाया जाता था।’ एस. राकेश ने ट्वीट किया, ‘फर्जीचार्य जी कांग्रेसी चाटुकारों ने तो विश्‍व रिकॉर्ड बनाए हैं। एक नौकर-शाह को ही कठपुतली प्रधानमंत्री बना दिया। जनता अभी वो नारा नहीं भूली है- ‘इंदिरा इज इंडिया’। पिछले साल कर्नाटक दौरे के समय राहुल गांधी के पानी में फंसने पर मुख्‍यमंत्री सिद्धारमैया ने उनकी चरण पादुकाएं अपने हाथों में ले जी थीं।’ महेंद्र ने लिखा, ‘सारी दुनिया में 56 मुस्लिम देश हैं। हमें सभी के प्रधानमंत्रियों के नाम नहीं मालूम, लेकिन उन 56 देशों के लोगों को पता है कि मोदी कौन है।’ ममता शर्मा ने ट्वीट किया, ‘मौलाना को आचार्य कहा जा सकता है तो चपरासी को मंत्री क्‍यों नहीं कहा जा सकता है।’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *