गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री बोले-पिता जी के साथ पीता था शराब, खुद वही पीने को कहते थे

गुजरात में कई दशकों से शराबबंदी कानून लागू है। लेकिन राज्य के पूर्व सीएम शंकर सिंह वाघेला ने शराब को लेकर चौंकाने वाला बयान दिया है। पूर्व सीएम शंकर सिंह वाघेला ने कहा है कि वो युवावस्था में शराब का सेवन किया करते थे। इतना ही नहीं उन्होंने अपने पिता के बारे में कहा कि उनके पिता ही उन्हें अपने साथ बैठकर शराब पीने के लिए प्रेरित करते थे। हालांकि 77 साल के हो चुके शंकर सिंह वाघेला ने यह भी कहा है कि सार्वजनिक जीवन में आने के बाद उन्होंने शराब का सेवन छोड़ दिया था।

शंकर सिंह वाघेला का यह स्वीकार करने कि वो शराब पीते थे इसलिए चौंकाने वाली बात है क्योंकि गुजरात में वर्ष 1948 से ही शराबबंदी कानून है। हालांकि उस वक्त गुजरात, बॉम्बे का हिस्सा था। लेकिन जब साल 1960 में गुजरात बॉम्बे से अलग हुआ तब भी यह कानून गुजरात में लागू रहा। जबकि साल 1940 में जन्मे वाघेला के मुताबिक वो वर्ष 1969 में सार्वजनिक जीवन में आए थे। यानी राज्य में शराबबंदी होने के बावजूद 29 साल की उम्र तक वो शराब का सेवन करते थे।

शंकर सिंह वाघेला ने यह बात द्वारिका में आयोजित एक मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के दौरान कही। उन्होंने यहां कहा कि इंसान के जीवन में सादगी होना चाहिए। इसके बाद अपना उदाहरण देते हुए उन्होंने यहां कहा कि वो युवावस्था मं शराब का सेवन करते थे, खुद उनके पिता उन्हें अपने पास बैठाकर शराब पीने के लिए प्रेरित करते थे।

आपको बता दें कि छह बार सांसद रह चुके वाघेला गुजरात में कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों का नेतृत्व कर चुके हैं। वाघेला 1996 से 1997 के बीच राज्य के मुख्यमंत्री रहे। पिछले साल हुए राज्यसभा चुनाव में वाघेला पर सदन में क्रॉस वोटिंग के आरोप लगे थे, हालांकि उन्होंने इससे इनकार किया था। साल 2017 में गुजरात चुनाव के वक्त शंकर सिंह वाघेला और कांग्रेस के रिश्तों में काफी कड़वाहट आ गई थी। इसके बाद शंकर सिंह वाघेला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया है लेकिन वो सन्यास लेने के मूड में नहीं है। कांग्रेस का साथ छोड़ने के बाद वाघेला ने कहा था कि वो अपना संगठन ‘जन विकल्प मोर्चा’ का जल्द ही गठन करेंगे।

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