योग दिवस पर नहीं पहुंचे नीतीश तो बोले सुशील मोदी- जरूरी तो नहीं हर कोई आए

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर गुरुवार (21 जून) को योग की पताका दुनिया भर में लहराई। कोने-कोने में मौजूद भारतीयों ने योग कर स्वस्थ जीवन गुजारने की दिशा में कदम बढ़ाया। पटना के पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स मैदान में भी योग की रौनक देखने को मिली। यहां पर मुख्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें राज्यपाल सत्यपाल मलिक और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी शरीक हुए। लेकिन इस योग से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की गैरमौजूदगी बीजेपी-जेडीयू के बीच कड़वे सियासी संबंधों की ओर इशारा कर गई। नरेंद्र मोदी के बहुप्रचारित अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से जेडीयू का गायब रहना बिहार की राजनीति में पनप रहे नये समीकरणों की ओर इशारा है। बता दें कि एनडीए में रहने के बावजूद नीतीश कुमार इस कार्यक्रम में नहीं आए हैं। जबकि बिहार में एनडीए के दूसरे सहयोगी दलों ने इस कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। हाजीपुर में विश्व योग दिवस के अवसर पर आयोजित योग शिविर में केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान और उपेंद्र कुशवाहा शामिल हुए। नीतीश कुमार द्वारा योग दिवस पर कोई संदेश भी जारी नहीं किया गया है।

हालांकि बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने इस घटनाक्रम को ज्यादा तवज्जो नहीं दिया। जब उनसे इस बावत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं कि वे हर कार्यक्रम में शामिल हो ही। सुशील मोदी ने कहा, “यह जेडीयू के बारे में सवाल नहीं है, मैं एक दर्जन से ज्यादा लोगों को जानता हूं जो यहां मौजूद हैं और वे जेडीयू के हैं, क्या जेडीयू और आरजेडी के लोग योगाभ्यास नहीं करते हैं, ये जरूरी नहीं है कि सभी लोग यहां शिरकत करने आएं।” बता दें कि जब 21 जून 2015 से योग दिवस मनाने की परंपरा शुरू हुई तो नीतीश ने कुमार ने कहा था कि योग करना व्यक्तिगत पसंद है और इसका सार्वजनिक प्रदर्शन ठीक नहीं है। हालांकि नीतीश कुमार तब महागठबंधन का हिस्सा थे।

इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और रामकृपाल यादव ने भी शिरकत की और योगाभ्यास किया।पटना के पाटलिपुत्र स्पोर्टस मैदान में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने किया। इस मौके पर राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग को दुनिया तक पहुंचाया। उन्होंने लोगों से प्रतिदिन योग करने की अपील की। योग कार्यक्रम में मौजूद केंदरीय मंत्री रविवशंकर ने कहा, “योग जोड़ता है। भारत की संस्कृति जोड़ने की रही है और हम लोग योग के जरिए देश के लोगों को एक साथ जोड़ रहे हैं।”

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