पाकिस्तान में भारतीय राजदूत से दुर्व्यवहार, गुरुद्वारे में जानें और भारतीय श्रद्धालुओं से मिलने से रोका
इस्लामाबाद के पंजा साहिब गुरुद्वारे में भारतीय उच्चायुक्त को नहीं जाने देने के बाद भारत ने शनिवार (23 जून, 2018) को पाकिस्तान के डिप्टी हाई कमिश्नर के समक्ष सख्त विरोध दर्ज कराया है। इसके अलावा इस्लामाबाद में भी भारतीय हाई कमिशन ने मजबूत विरोध दर्ज कराया है। रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय उच्चायुक्त और उनकी पत्नी को गुरुद्वारे में नहीं जाने दिए गया। दोनों यहां आने वाले सिख श्रद्धालुओं से मिलना चाहते थे। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी किए गए बयान के मुताबिक पाकिस्तान के डिप्टी हाई कमिश्नर सैयद हैदर शाह को समन भेजा गया और पूरे मामले के खिलाफ भारत ने अपना विरोध दर्ज कराया।
बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान के विदेश मामलों के मंत्रालय द्वारा यात्रा की अनुमति मिलने के बावजूद ऐसा किया गया है। ऐसा दूसरे बार है जब पाकिस्तान ने इंडियन हाई कमिश्नर को भारतीय तीर्थयात्रियों से नहीं मिलने दिया। मामले में जब शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) से संपर्क किया गया तो उन्होंने मामले में गंभीर चिंता व्यक्त की और घटना को लेकर निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के आयोजनकर्ताओं से कहा गया था कि भारत से आने वाले तीर्थयात्रियों की मुलाकात भारतीय हाई कमिश्नर और हाई कमिशन के अधिकारियों से कराने की सुविधा की जाए, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
दूसरी तरफ विवाद की एक वजह यह भी बताई जा रही है कि विवादित फिल्म को लेकर प्रदर्शन कर रहे सिखों ने पाकिस्तान में भारत के उच्चायुक्त को शनिवार गुरूद्वारे में प्रवेश करने से रोक दिया। एक मीडिया रिपोर्ट में ऐसा दावा किया गया है। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक अजय बिसारिया और उनकी पत्नी यहां हसन अब्दल में गुरूद्वारा पंजा साहिब में अरदास करना चाहते थे और यहां आने वाले सिख श्रद्धालुओं से मिलना चाहते थे लेकिन विवादित बॉलीवुड फिल्म नानक शाह फकीर को लेकर विरोध कर रहे सिखों ने उन्हें गुरूद्वारे में प्रवेश नहीं करने दिया।