कैराना उपचुनाव में हार के बाद कट रही बिजली, लोगों ने कहा-बीजेपी ले रही बदला
उत्तर के प्रदेश के कैराना में बिजली की भारी कटौती की खबरें जोर पकड़ रही हैं। स्थानीय मीडिया के मुताबिक वर्तमान में 24 घंटे में से तकरीबन 12 घंटे बिजली आ रही है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक स्थानीय लोगों का आरोप है कि कैराना में हुए लोकसभा सीट के उपचुनाव के बाद से बिजली में बेतहाशा कटौती की जा रही है। लोगों का कहना है कि पिछली 31 मई को आए चुनाव परिणाम के बाद यूपी सरकार की नजरें-इनायत इलाके में कम हो गई हैं। इलाके के लोगों का कहना है कि लोकसभा उपचुनाव में इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के हारने के बाद योगी सरकार अब बिजली की कटौती कर जनता से बदला ले रही है। लोगों के मुताबिक इस भीषण गर्मी में बिजली की कटौती उनके लिए आफत साबित हो रही है। व्यापारियों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और बच्चों का जीना मुहाल हो रहा है। इलाकाइयों के मुताबिक दिन में तीन-चार बार काफी देर के लिए बिजली चली जाती है।
लोगों का कहना है कि मई में हुए लोकसभा के उपचुनाव से पहले इलाके में करीब 20 घंटे बिजली आया करती थी लेकिन बीजेपी उम्मीदवार के हारने के बाद से बिजली रहने का समय घटकर 12 घंटे हो गया है। बता दें कि कैराना में भारतीय जनता पार्टी के सांसद हुकुम सिंह की मृत्यु के बाद लोकसभा सीट खाली हुई थी। पिछली 28 मई को यहां उपचुनाव कराए गए थे। उपचुनाव में दिवंगत सांसद हुकुम सिंह के बेटी मृगांका सिंह भारतीय जनता पार्टी के टिकट से चुनाव लड़ी थीं लेकिन विरोधी पार्टियों की गोलबंदी के कारण उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
मृगांका सिंह के जवाब में राष्ट्रीय लोक दल की उम्मीदवार तबस्सुम हसन को तमाम विपक्षी पार्टियों जैसे कि समाजवादी पार्टी, कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी, आम आदमी पार्टी और वामदलों ने समर्थन दिया था। 31 मई को आए नतीजे में तबस्सुम हसन की जीत हुई थी। इसी के साथ सूबे की योगी सरकार सोशल मीडिया पर आलोचनाओं से घिर गई थी क्योंकि योगी सरकार के दौरान सूबे के उपचुनावों में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा है।