प्रवीण तोगड़िया ने बनाया नया हिन्दू संगठन अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद, नारा दिया ‘हिन्दू ही आगे’
प्रवीण तोगड़िया ने विश्व हिन्दू परिषद से इतर अपना एक अलग संगठन बना लिया है। आज (24 जून) को दिल्ली में अपने समर्थकों के साथ तोगड़िया ने अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद (AHP) की स्थापना की। तोगड़िया वीएचपी से इस्तीफा दे चुके हैं। वीएचपी की तर्ज पर एएचपी में भी राष्ट्रीय बजरंग दल, राष्ट्रीय किसान परिषद, राष्ट्रीय छात्र परिषद और युवतियों के लिए ओजस्विनी संगठन का किया है। प्रवीण तोगड़िया के इस संगठन का नारा ‘हिन्दू ही आगे’ है। तोगड़िया खुद इस संगठन के अध्यक्ष हैं। इस मौके पर तोगड़िया के समर्थक ‘हिन्दू ही आगे’ लिखा हुआ भगवा टोपी लगाये हुए नजर आए। संगठन की लॉन्चिग के मौके पर प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि टीम भले ही बदल गई हो, लेकिन तेवर में तनिक भी बदलाव नहीं आया है। उन्होंने कहा कि हिन्दुओं की सुरक्षा, समृद्धि और सम्मान के लिए उनका संगठन 1964 से काम करता आ रहा है और आगे भी करता रहेगा। उन्होंने कहा कि नयी टीम बनी है और वे पूरे जोश के साथ काम करेंगे। अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद की लॉन्चिंग के मौके पर मंच पर भारत माता, गो माता, भगवान गणेश और वीएचपी के पूर्व अध्यक्ष अशोक सिंघल की तस्वीर लगी नजर आई। बता दें कि अशोक सिंघल विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। 17 नवंबर 2015 को उनका निधन हो गया था।
हिन्दुत्व के फायरब्रांड नेताओं में शामिल तोगड़िया पिछले कुछ महीनों से वीएचपी में अलग-थलग पड़ गये थे। केन्द्र की नरेंद्र मोदी सरकार से भी उनकी दूरियां बढ़ गई थी। इस साल जब अप्रैल में वीएचपी के चुनाव हुए तो तोगड़िया के ना चाहने के बावजूद हिमाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल विष्णु सदाशिव कोकजे को वीएचपी का अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। कोकजे ने तोगड़िया के विश्वासपात्र राघव रेड्डी को हराया था।
तोगड़िया इस साल कई बार चर्चा में रहे। 15 जनवरी की सुबह एक अनजान फोन कॉल आने के बाद तोगड़िया अहमदाबाद से गायब हो गए थे। फोन कॉल करने वाले ने उन्हें बताया था कि राजस्थान पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने के लिए शहर में पहुंच चुकी है। इसके बाद भी उन्होंने मुठभेड़ में अपनी हत्या की आशंका जताई थी। बाद में वह शाम को कोटरपुर क्षेत्र में मिले थे। इसके बाद उन्हें बेहोशी की हालत में निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तोगड़िया इसी साल अप्रैल में राम मंदिर, धारा-370 गौ हत्या पर कानून जैसे मुद्दों को लेकर उपवास पर भी बैठे थे।