20 साल के छात्र ने यूट्यूब से सीखा कार्ड का क्लोन बनाना, 3 राज्यों से उड़ाए लाखों रुपये
बैंकों की तमाम कोशिशों के बावजूद एटीएम कार्ड का क्लोन बनाकर पैसे उड़ाने के मामले थम नहीं रहे हैं। कई राज्यों में डेबिट कार्ड की क्लोनिंग के जरिये लाखों रुपये निकालने के मामले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। एक 20 साल के छात्र ने यूट्यूब से ऑनलाइन कार्ड का क्लोन बनाना सीखा और उसके बाद राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के 20 से ज्यादा शहरों में एटीएम बदल-बदल कर 10 से 12 लाख रुपये उड़ा लिए। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी छात्र एक पुलिसकर्मी का बेटा बताया जाता है। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने यूट्यूब से ही कार्ड का क्लोन बनाने के अलावा पैसे निकालने का तीरका भी सीखा था। ‘दैनिक भास्कर’ के मुताबिक, छात्र ने एटीएम कार्ड का क्लोन बनाकर पिछले सात महीने में तीन राज्यों में 21 वारदात को अंजाम दिया। चुरू पुलिस आरोपी छात्र की पिछले तकरीबन ढाई महीने से पीछा कर रही थी। आरोपी की पहचान राजस्थान के सीकर जिले के न्यौराणा गांव का निवासी मनीष के तौर पर की गई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मनीष के पास से अलग-अलग बैंकों के 20 एटीएम कार्ड भी बरामद किए गए हैं। मनीष बीए फाइनल ईयर का छात्र है।
मोबाइल लोकेशन से लगाया पता: सादुलपुर में 6 अप्रैल को एटीएम कार्ड बदलकर 1.89 लाख रुपये निकालने का मामला सामने आया था। पीड़ित ने पुलिस में इसकी शिकायत दी थी। पुलिस ने एटीएम ट्रांजेक्शन की मदद से मोबाइल फोन नंबर को ट्रेस करना शुरू किया था। इसके बाद कोटपूतली, राजगढ़, नोहर, हनुमानगढ़, श्रीगांगानगर में हुई वारदात को खंगालना शुरू किया तो इन सभी ट्रांजेक्शन में एक ही मोबाइल नंबर के होने की बात सामने आई थी। पुलिस ने बताया कि मोबाइल नंबर का सबसे ज्यादा लोकेशन न्यौराणा गांव और सादुलनगर में पया गया था। पुलिस ने इसके आधार पर आरोपी मनीष को दबोचा और मामले का भंडाफोड़ किया।
आरोपी के पिता हैं एएसआई: आरोपी मनीष मीणा के पिता श्रीगंगानगर में एएसआई हैं। वह फिलहाल पुलिस लाइन में तैनात हैं। मनीष ने पूछताछ में बताया कि उसने यूट्यूब पर वीडियो देखकर एटीएम में सेंध लगाने के तरीके सीखे थे। अगर कोई व्यक्ति एटीएम का इस्तेमाल करता था तो मनीष उसके कार्ड को क्लोन कर लेता था। क्लोन किए गए कार्ड की मदद से उसने कई लोगों को चूना लगाया। आरोप है कि मनीष ने अपने दो दोस्तों के साथ हनुमानगढ़ जिले में चार, गंगानगर, झुंझुनूं-सीकर में दो-दो, जयपुर में चार, अलवर में दो, पंजाब में तीन और हरियाणा के दो एटीएम से पैसे निकाले थे।