केंद्र पर भड़का सहयोगी दल: कहा- किसान कर रहे आत्महत्या, कुछ नहीं कर रही मोदी सरकार
महाराष्ट्र में भाजपा संग सरकार में भागीदार शिवसेना ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी ने कहा है कि हाल में राज्य में हुई मौतों के बाद अब इस भ्रम से बाहर आने का समय आ गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरीबों के लिए कुछ करेंगे। किसान आत्महत्या कर रहे हैं और मोदी सरकार कुछ नहीं कर रही है। शिवसेना का बयान ऐसे समय में आया है जब हाल के दिनों में बांद्रा में एक ही परिवार के चार लोगों और मुंबई में एक ही परिवार के तीन लोगों ने आत्महत्या कर ली। ऐसे ही मामले में राज्य के अन्य हिस्सों में देखने को मिले हैं।
पार्टी ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि जो लोग पॉवर में हैं वो राजनीति में व्यस्त हैं। मुखपत्र में छपे लेख में आगे लिखा गया है, ‘ब्रिटिश शासन कुछ लोगों के लिए भगवान के आशीर्वाद जैसा था और लोगों ने इसका स्वागत भी किया। इसी तरह कुछ लोगों का मानना है कि केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार और राज्य में देवेंद्र फडणवीस सरकार भगवान की आशीर्वाद की तरह हैं।’ लेख में आगे लिखा गया कि सच्चाई यह है कि महाराष्ट्र में हालात बहुत गंभीर हैं। यहां भूख और शक्ति की अराजकता है। जीवन मुश्किल हो गया है। आम नागरिक अपने परिवार संग जीवन की लीला समाप्त कर रहा है।
लेख में लिखा गया, ‘अभी तक हम विदर्भ में किसानों की आत्महत्या से जुड़ी समस्या से जूझ रहे थे। मगर अब गरीबी और भुखमरी की वजह से मुंबई में भी इस तरह के मामले बढ़ रहे हैं। पूरे महाराष्ट्र में इसी तरह के हालात हैं। क्या यही आपके अच्छे दिन हैं? जो सरकार में हैं वो राजनीति में व्यस्त हैं। जबकि लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया गया है। इसलिए समय आ गया है कि लोग इस भ्रम से बाहर आ जाए कि नरेंद्र मोदी गरीबों के लिए कुछ करेंगे।’
भाजपा के संपर्क अभियान पर निशाना साधते हुए सामना आगे गया, ‘शिवासेना कहती है कि सत्ताधारी पार्टी के लोग बॉलीवुड हस्तियों से मिल रहे हैं। उद्योगपतियों से मुलाकात कर रहे हैं। मगर गरीबों से जुड़े मुद्दों को भुला दिया गया है। सरकार गरीबों के सामने आने वाले मुद्दों को नहीं समझती है। अगर बुलेट ट्रेन, मेट्रो और हाइपर सिटी जैसी महंगी परियोजनाएं आत्महत्या रोकने वाली नहीं हैं, तो इनसे किनारा किया जाना चाहिए।”