गिल्ली डंडे के खेल में हुई लड़ाई, बदला लेने के लिए भाई के नाम से पीएम मोदी को दे दी धमकी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जान से मारने की धमकी के मामले में नया खुलासा हुआ है। गिल्ली डंडे के खेल में हुई लड़ाई का बदला लेने के लिए बिजनौर के एक युवक ने फेसबुक पर एक आईडी को हैक कर अपने चचेरे भाई के नाम से पीएम मोदी को जान से मारने की धमकी दे डाली थी। उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस मामले का खुलासा किया है। आरोपी युवक सलमान ने बताया कि उसने बदला लेने के लिए ऐसा किया। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पूछताछ में सलमान ने पुलिस को बताया, ‘तकरीबन एक साल पहले मेरे चचेरे भाइयों नदीम और नानू इदरिसी ने गिल्ली डंडा खेलने के दौरान मुझे और मेरे भाई के साथ मारपीट की थी। उन्होंने हमारी बाइक भी छीन ली थी। उसी वक्त मैंने उन्हें इसका बदला लेने की बात कही थी। उन्हें फंसाने के लिए मैंने यह साजिश रची थी।’ सलमान अपनी साजिश को अंजाम तक पहुंचाने और नदीम एवं इदरिसी को फंसाने के लिए महीनों से फेसबुक आईडी की तलाश में था। आईडी मिलने के तुरंत बाद ही उसने इसे अमलीजामा पहना दिया। आरोपी सलमान ने बताया, ‘मैं मोबाइल नंबर से चलने वाले फेसबुक आईडी की तलाश में था और एक दिन वह मुझे मिल गया। मैंने उस फेसबुक अकाउंट को खोलने के लिए उसी मोबाइल नंबर को पासवर्ड के तौर पर डाला था जो कारगर रहा था। मैंने फेसबुक आईडी का नाम बदल दिया और प्रोफाइल फोटो में नदीम की तस्वीर लगा दी। इसके बाद मैंने उस पर धमकी भरा मैसेज लिखा। मैंने उनलोगों को फंसाने के लिए ऐसा किया था।’ सलमान 10वीं तक पढ़ा है और दिल्ली स्थित एक मोबाइल फोन के लिए पावर बैंक बनाने वाली एक फैक्ट्री में काम करता है।
लोनी एमएलए के वॉल पर पोस्ट किया था धमकी भरा मैसेज: सलमान अपने मंसूबों को अंजाम देने के लिए महाराष्ट्र के शेलापुर के एक किसान का फेसबुक आईडी हैक किया था। उसने लोनी के विधायक नंद किशोर गुज्जर के फेसबुक वॉल पर मैसेज पोस्ट किया था। विधायक ने पिछले सप्ताह दावा किया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ भी टिप्पणी की गई थी। उन्होंने कहा था कि कुछ असामाजिक तत्व ने पीएम मोदी, सीएम योगी और मुझे जान से मारने की धमकी दी है। उनके मुताबिक, पांच दिन पहले इसी व्यक्ति ने पीएम मोदी को धमकी दी थी। यह आश्चर्यजनक है कि पुलिस ने इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की है। धमकी भरे संदेश मिलने के बाद अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई थी। गाजियाबाद के एसएसपी वैभव कृष्णा ने बताया कि मामले की छानबीन के लिए साइबर सेल की टीम को महाराष्ट्र भेजी गई थी, लेकिन इसमें किसान की संलिप्तता सामने नहीं आई थी। बाद में युवक को दबोचा गया।