बंगलुरु से लौटकर केजरीवाल फूंकेंगे पूर्ण राज्य का बिगुल
अजय पांडेय
राजनिवास में नौ दिन तक धरना देने के बाद इलाज के लिए बंगलुरु गए सूबे के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया अरविंद केजरीवाल वहां से वापस लौटकर एक नए आंदोलन का बिगुल फूंकेंगे। दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने के समर्थन में 1 जुलाई को ‘आप’ द्वारा आयोजित किए जा रहे सम्मेलन में केजरीवाल नए आंदोलन का एलान करेंगे। ‘आप’ ने अपने इस सियासी जलसे के आयोजन की घोषणा पहले ही कर दी थी लेकिन मुख्यमंत्री की तबियत खराब होने और उनके बंगलुरु जाने के बाद से उनके इस सम्मेलन में शामिल होने को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे थे। लेकिन पार्टी नेताओं का कहना है कि वे जल्दी ही बंगलुरु से लौटेंगे और पार्टी के सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। उनकी ही अगुआई में पूर्ण राज्य के समर्थन में आंदोलन का आगाज होगा।
पार्टी के बुराड़ी से विधायक और झारखंड के प्रभारी संजीव झा ने बताया कि मुख्यमंत्री व पार्टी संयोजक केजरीवाल 1 जुलाई को राजधानी के इंदिरा गांधी इनडोर स्टेडियम में दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने के समर्थन में आयोजित सम्मेलन में शिरकत करेंगे। उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में पार्टी के बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से लेकर तमाम वरिष्ठ पदाधिकारियों को बुलाया गया है। सम्मेलन में पार्टी द्वारा शुरू किए जाने वाले आंदोलन की रूपरेखा पर विचार किया जाएगा और किस प्रकार पूर्ण राज्य की मांग को घर-घर तक पहुंचाया जाए इसके तौर-तरीकों पर भी चर्चा की जाएगी।
विधायक झा ने बताया कि असल में ‘आप’ ने विधानसभा चुनाव के समय ही दिल्ली के लोगों से यह चुनावी वादा किया था कि सत्ता में आने पर वह दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने का भरपूर प्रयास करेगी। उन्होंने कहा कि जाहिर तौर पर यह हमारा संकल्प है और हम इससे पीछे नहीं हट सकते। उन्होंने कहा कि अब दिल्ली की जनता को तय करने दिया जाए कि दिल्ली को पूर्ण राज्य होना चाहिए या नहीं। पूरे शहर में आंदोलन चलाकर उनकी पार्टी इस बारे में यहां के लोगों को जागरूक करने का काम करेगी।
बता दें कि लोकसभा चुनाव को लेकर राजधानी का पारा अभी से चढ़ने लगा है और दिल्ली की सभी सात सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही आम आदमी पार्टी भी कुछ नए मुद्दों के साथ जनता के बीच जाना चाहती है ताकि वह बेहतर तरीके से कांग्रेस व भाजपा की चुनौतियों का सामना कर सके। समझा जा रहा है कि पार्टी पूर्ण राज्य के मुद्दे को इस बार सबसे ऊपर रखकर चुनावी मैदान में उतरेगी। इस बारे में पूछने पर विधायक झा ने कहा कि इसमें गलत क्या है। चुनाव में यूं तो कई मुद्दे हैं लेकिन पूर्ण राज्य का मुद्दा बेहद महत्त्वपूर्ण है।