यूपी: बीजेपी सांसदों को 6 महीने की मोहलत- सुधार दिखाओ वर्ना टिकट किसी और को

साल 2019 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने जोरशोर से तैयारियां शुरू कर दी है। पार्टी इस बार फिर से पूर्व बहुमत के साथ सत्ता में आने की पुरजोर कोशश कर रही है। पार्टी इस बार वोट प्रतिशत बनाने पर फोकस कर रही है और लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश की तरफ खास ध्यान दे रही है। बीजेपी ने उत्तर प्रदेश के उन सभी सांसदों को 6 महीने की मोहलत दी है, जो जनता का विश्वास जीतने में नाकाम रहे हैं। विभिन्न जिलों से आ रही रिपोर्टों के बाद पार्टी ने यूपी के सांसदों को अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करने और लक्ष्य हासिल करने के लिए 6 महीने का समय दिया है। एनबीटी के मुताबिक पार्टी द्वारा दिए गए इस समय के अंदर अगर कोई सांसद जनता का दुलार हासिल करने में और विश्वास जीतने में नाकाम होता है तो उसे अगली बार टिकट नहीं दिया जाएगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक यूपी में करीब 24 लोकसभा सीटें ऐसी हैं जहां सांसदों का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है, इनमें से 19 सीटों की हालत तो बेहद खराब है। पार्टी ने इन सभी सांसदों को 6 महीने का वक्त दिया है, ताकि वे विकास के लक्ष्यों को हासिल कर सकें, अपने क्षेत्र की हालत में सुधार कर सकें, सरकारी योजनाओं का पालन करके टारगेट पूरा कर सकें और जनता का प्यार हासिल कर सकें। इन 6 महीनों के बाद बीजेपी के सीनियर नेता तीन स्तरों पर सांसदों को परखेंगे, जिसके बाद यह फैसला लिया जाएगा कि 2019 में उन्हें टिकट दिया जाए या नहीं।
इसके अलावा बीजेपी उन सीटों पर जहां उन्हें आशंका है कि टिकट किसी और को देना पड़ सकता है, वहां के लिए वैकल्पिक उम्मीदवार की लिस्ट तैयार कर रही है। कमजोर सीटों पर बीजेपी खासा ध्यान दे रही है। इसके लिए हर सीट पर करीब दो-दो संसदीय उम्मीदवारों के नामों का चयन किया जा रहा है, ताकि छह महीने बाद अगर किसी सांसद की टिकट कैंसिल करनी पड़े तो किसी और को टिकट देने में ज्यादा समय न जाया हो। बता दें कि बीजेपी ने इस बार यूपी की सभी 80 लोकसभा को जीतने का लक्ष्य रखा है।