डॉलर की तुलना में ‘रुपया’ पहुँचा अब तक के रिकॉर्ड निम्नतम स्तर, 69.10 रुपये प्रति डॉलर पर आया
कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के मद्देजनर देश का चालू खाता घाटा और मुद्रास्फीति बढ़ने की चिंताओं के बीच आज (28 जून, 2018) शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 49 पैसे लुढ़ककर अब तक के रिकॉर्ड निम्नतम स्तर 69.10 रुपए पर आ गया। इससे पहले 24 नवंबर, 2016 को ये 68.86 पैसे तक गिर गया था। कांग्रेस में शासनकाल में 28 अगस्त, 2013 को रुपया डॉलर के मुकाबले 68.80 रुपया तक गिर गया था।
आयातकों विशेषकर तेल रिफाइनरों एवं बैंकों से अमेरिकी मुद्रा की लगातार मांग से कच्चे तेल की कीमतों में तेजी रही, जिससे रुपये पर दबाव देखा गया। अंतर बैंकिंग मुद्रा बाजार में रुपया आज डॉलर के मुकाबले 68.87 रुपये प्रति डॉलर पर खुला और शुरुआती कारोबार में 49 पैसे गिरकर 69.10 रुपये प्रति डॉलर पर आ गया। अमेरिका ने कल भारत, चीन सहित सभी सहयोगी देशों से ईरान से कच्चे तेल का आयात चार नवंबर तक बंद करने को कहा था, जिसके बाद वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में उछाल आया।
इसके अलावा लीबिया और कनाडा में आपूर्ति संबंधी दिक्कतों से भी कीमतों पर दबाव रहा। मुद्रा डीलरों ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में उछाल और रुपये में गिरावट से भारत दोहरी मार झेल रहा है। इस बीच, बंबई शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स आज शुरुआती कारोबार में 90.26 अंक यानी 0.25 प्रतिशत गिरकर 35,126.85 अंक पर आ गया।
बता दें कि बुधवार को भी रुपया में गिरावट जारी थी। आज का दिन मिला लें तो यह गिरावट लगातार चौथे दिन जारी है। बुधवार को भारतीय मुद्रा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 19 महीने के निचले स्तर पर 68.70 रुपये प्रति डॉलर तक लुढ़का गया था। रुपया पिछले सत्र के 68.25 के मुकाबले 36 पैसे फिसलकर बुधवार को 68.61 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
बुधवार को एचडीएफसी सिक्योरिटीज के रिटेल रिसर्च प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, “भारतीय मुद्रा में गिरावट तेल की कीमतों में तेजी और और विश्व व्यापार जंग के अलावा विदेशी संस्थागत निवेशकों की विकवाली के कारण आई है।” उन्होंने कहा कि रुपये में 70 के स्तर तक गिरावट आ सकती है।