दिल्ली के मुख्यसचिव के साथ मारपीट का मामला, केजरीवाल के खिलाफ आरोपपत्र की तैयारी

दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ कथित मारपीट मामले में इस हफ्ते फॉरेंसिक रिपोर्ट मिलने की बात दिल्ली पुलिस ने कही है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर घटना की रात को कैमरे वास्तविक समय से पीछे चल रहे थे। जांच से जुड़े एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इसी हफ्ते फॉरेंसिक रिपोर्ट मिली है। पुलिस ने कहा था कि कैमरों से लगता है कि कथित हमले के समय वक्त 40:43 मिनट पीछे चल रहा है। अब फॉरेंसिक रिपोर्ट में उसकी पुष्टि हुई है। दिल्ली पुलिस आगामी महीने में आरोपपत्र दायर कर सकती है।

एक पुलिस अधिकारी ने कहा, हम जांच के आखिरी चरण में हैं। आरोपपत्र तैयार किया जा रहा है। मुख्य सचिव पर 19 फरवरी को केजरीवाल के निवास पर एक बैठक के दौरान कथित रूप से हमला किया गया था। पुलिस ने कहा है कि केजरीवाल हमले के वक्त मौजूद थे। पुलिस ने बैठक में मौजूद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और 11 आप विधायकों से पूछताछ की है। केजरीवाल के पूर्व सलाहकार वीके जैन भी वहां मौजूद थे। हालांकि, रिपोर्ट में इस बात का जिक्र नहीं है कि प्रकाश पर कथित हमले के समय के आसपास कैमरों या घड़ी में छेड़छाड़ की गई थी या नहीं। या फिर इसे इस तरह सेट किया गया था।

पुलिस की टीम ने सिविल लाइंस में केजरीवाल के निवास पर लगे सीसीटीवी कैमरे 23 फरवरी को खंगाले थे और जांच के लिए सीसीटीवी प्रणाली की हार्ड डिस्क जब्त कर ली थी। मुख्यमंत्री के आवास पर 14 कैमरे काम कर रहे थे, जबकि सात काम नहीं कर रहे थे। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘प्रधानमंत्री जी, दिल्ली के लोगों द्वारा चुने हुए प्रतिनिधियों के खिलाफ इस तरह के झूठे केस करना दिल्ली के लोगों का अपमान है। हमलोग उत्पन्न किए जा रहे तमाम विरोधों के बावजूद दिल्ली के लोगों के लिए काम करते रहेंगे। आप अपना धर्म निभाइए, हम अपना धर्म निभाएंगे।’

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