यूपी: 2019 के लिए विपक्षी एकता का तोड़ निकालने में जुटी भाजपा, ये है प्लान
उत्तर प्रदेश भारतीय राजनीति में हमेशा से ही अहम राज्य रहा है। पिछले लोकसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश में शानदार तरीके से जीती भाजपा आगामी लोकसभा चुनावों को देखते हुए एक बार फिर राज्य में सक्रिय हो गई है। उत्तर प्रदेश में विपक्षी एकता से दबाव में आयी भाजपा ने इसकी काट के लिए अब नया फॉर्मूला निकाला है। सूत्रों के अनुसार, भाजपा अब अपने टॉप नेताओं के, उत्तर प्रदेश में लगातार दौरों की योजना बना रही है, ताकि पार्टी के पक्ष में माहौल तैयार किया जा सके। हाल ही में पीएम मोदी ने मगहर का दौरा किया था, अब खबर है कि पीएम मोदी आगामी 15 जुलाई को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा कर सकते हैं।
पीएम मोदी के संभावित वाराणसी दौरे के अलावा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी आने वाले कुछ हफ्तों में राज्य का दो दिवसीय दौरा कर सकते हैं। बताया जा रहा है कि अमित शाह अपने दौरे के दौरान पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं और संगठन के नेताओं के साथ बैठक करेंगे। सूत्रों के अनुसार, अमित शाह 4 जुलाई को मिर्जापुर में और 5 जुलाई को आगरा में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर सकते हैं। पार्टी के सूत्रों के अनुसार, भाजपा अध्यक्ष की पार्टी के जमीनी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक का उद्देश्य पार्टी कैडर को सक्रिय रखना और उनके आपसी मतभेद दूर करना है, जिससे वह बेहतर तरीके से चुनाव की तैयारियां कर सकें। भाजपा की सहयोगी पार्टी अपना दल की नेता अनुप्रिया पटेल भी अमित शाह के साथ मिर्जापुर के दौरे पर आ सकती हैं। बता दें कि अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर से सांसद हैं और मिर्जापुर समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश पटेल वोटरों का गढ़ माना जाता है। ऐसे समय में जब पटेल वोटरों की एक अन्य पार्टी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के नेता ओमप्रकाश राजभर भाजपा से नाराज चल रहे हैं, ऐसे में अनुप्रिया पटेल का मिर्जापुर दौरे पर आना काफी अहम है।
भाजपा नेताओं का कहना है कि उत्तर प्रदेश उनके फोकस में है और इस बात में कोई शक नहीं है। भविष्य में भाजपा के कई बड़े नेता राज्य के विभिन्न इलाकों का दौरा कर सकते हैं। पार्टी के एक नेता के अनुसार, आने वाले दिनों में ऐसा भी हो सकता है कि पीएम मोदी महीने में एक बार उत्तर प्रदेश का दौरा करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शुक्रवार को वाराणसी दौरे पर गए हैं, जहां उन्होंने पीएम मोदी के संभावित दौरे की तैयारियों का जायजा लिया। उल्लेखनीय है कि विपक्षी पार्टियों आरोप लगाती रही हैं कि पीएम मोदी वाराणसी के फ्लाईओवर हादसे के बाद भी वाराणसी नहीं आए हैं, जिसमें 18 लोगों की जान चली गई थी। ऐसे में पीएम मोदी का संभावित वाराणसी दौरे के इसका जवाब माना जा रहा है।