झारखंड में आरोपियों ने किया कबूल कि उसने गैंगरेप की महिला पीड़िताओं को जबरन पिलाई थी पेशाब
झारखंड के खूंटी जिले में इसी हफ्ते मानव तस्करी के खिलाफ काम करने वाली पांच महिला कार्यकर्ताओं के साथ हुए गैंगरेप के मामले में पुलिस ने छह आरोपियों में से दो आरोपियों को शनिवार (30 जून) को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में आरसी मिशन स्कूल के फादर अल्फांसो आइंन को भी गिरफ्तार किया है। आरसी मिशन स्कूल से ही सभी पीड़िताओं को बदमाशों ने अगवा किया था। पुलिस ने पादरी को अपराध छिपाने और अपराधियों के साथ संबंध के आरोपों में गिरफ्तार किया है।
महिलाओं को पिलाया पेशाब: गैंगरेप के दोनों आरोपी अजूब संदी और आशीष लोंगो पश्चिम सिंहभूम जिले के रहने वाले हैं। इन दोनों ने पुलिसिया पूछताछ में अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है। इस मामले में एडीजी आर के मलिक ने कहा कि आरोपियों ने पुलिसिया पूछताछ में बतलाया कि उन्होंने महिलाओं के साथ गैंगरेप किया तथा इस पूरी वारदात का वीडियो बनाने के बाद महिलाओं को पेशाब पीने के लिए भी मजबूर किया गया। पुलिस को शक है कि गिरफ्तार किये गये दोनों बदमाशों के ताल्लुकात पिपुल्स लिब्रेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआई) से हो सकते हैं। रांची में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पुलिस अधिकारियों ने बतलाया कि मामले के आरोपी अन्य चार लोगों की भी पहचान कर ली गई है और उन्हें पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। गिरफ्तारी के बाद तीनों को कोर्ट में पेश किया गया जहां अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
5 आदिवासी महिलाओं का हुआ था अपहरण: आपको बता दें कि बीते 19 जून को 5 आदिवासी महिलाओं का अपहरण खूंटी के कोचांग गांव से किया गया था। यह सभी महिलाएं एक एनजीओ को साथ जुड़ी हुई थीं। सभी महिलाएं आरसी मिशन स्कूल में एक नुक्कड़ नाटक कर मानव तस्करी के खिलाफ जागरुकता फैलाने का काम कर रही थी। लेकिन तभी बाइक पर सवार कुछ हथियारबंद लोगों ने स्कूल से ही इनका अपहरण कर लिया था। अपहरण के बाद पास के ही एक जंगल में ले जाकर बंदूक की नोंक पर इनके साथ गैंगरेप किया गया था।
पत्थलगड़ी समर्थकों का हाथ : पुलिस को यह भी शक है कि इस कांड में पत्थलगड़ी समर्थकों का हाथ भी हो सकता है। आपको बता दें कि पत्थलगड़ी समर्थक अपने ग्राम सभा को कानून और व्यवस्था से ऊपर मानते हैं। राज्य के खूंटी, सिमडेगा, गुमला और पश्चिम सिंहभूम के कुछ इलाकों में इनका प्रभाव है। यह समर्थक किसी बाहरी लोगों का अपने प्रभाव वाले इलाके में आना पसंद नहीं करते।
कोचांग गांव भी पत्थलगड़ी समर्थकों का गढ़ माना जाता है। पुलिस का कहना है कि पत्थलगड़ी समर्थकों के नेता जॉन जोनाश टी़डू ने महिलाओं को सबक सिखाने के लिए इस कृत्य को अंजाम दिलवाया है। पुलिस के मुताबिक महिलाओं के साथ घिनौना अपराध करने के बाद इन लोगों ने महिलाओं को गांव में दोबारा ना आने की धमकी भी दी।