त्रिपुरा: पत्रकार की हत्या मामले में बीजेपी के सहयोगी विधायक व 2 अन्य पर मामला दर्ज
साल 2017 में टीवी पत्रकार शांतनु भौमिक की हत्या के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने एक विधायक सहित तीन आदिवासी नेताओं पर मामला दर्ज किया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि ‘इन्डिजनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा’ (आईपीएफटी) के 300-500 सदस्यों के साथ विधायक धीरेंद्र देबबर्मा और पार्टी के नेता बलराम देबबर्मा ओर अमित देबबर्मा पर मामला दर्ज किया गया है।
आईपीएफटी जनजातीय समुदाय की पार्टी है और मुख्यमंत्री बिप्लब देबबर्मा की अगुवाई वाली सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सहयोगी है। 60 सदस्यीय त्रिपुरा विधानसभा में इसके आठ विधायक और दो कैबिनेट मंत्री हैं। अगरतला से 25 किलोमीटर दूर मंदई में 20 सितंबर 2017 को शांतनु की हत्या कर दी गई थी। अलग आदिवासी राज्य की मांग को लेकर आईपीएफटी के प्रदर्शन को कवर करते समय शांतनु की धारदार हथियारों से हत्या कर दी गई थी।
आईपीएफटी के उपाध्यक्ष अनंत देबबर्मा ने आईएएनएस से कहा कि पार्टी इस बारे में बाद में टिप्पणी करेगी। पश्चिमी त्रिपुरा के रामचंद्र नगर जिले में स्थित त्रिपुरा स्टेट राइफल्स (टीएसआर) के मुख्यालय में एक स्थानीय अखबार के पत्रकार सुदीप दत्ता (50) की भी 21 नवंबर को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
तत्कालीन वाम मोर्चा सरकार ने इन दोनों हत्याओं की जांच के लिए दो विशेष जांच दल का गठन किया था। भाजपा की अगुवाई वाली सरकार ने मई में उच्च न्यायालय को बताया था कि उसने इस मामले को सीबीआई को सौंप दिया है।