फिर चर्चा में गोरखपुर के डॉक्टर कफील, भाई पर दर्ज हुआ फर्जीवाड़े का केस
पिछले साल अगस्त में बच्चों की मौत के मामलों को लेकर चर्चा में आए गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर कफील खान एक बार फिर खबरों में हैं। इस बार उनके बड़े भाई अदील अहमद खान के ऊपर दर्ज हुए एक केस की वजह से अदील चर्चा में हैं। दरअसल, अदील अहमद खान समेत तीन लोगों के ऊपर फर्जीवाड़े का केस दर्ज किया गया है। उनके ऊपर फेक ड्राइविंग लाइसेंस का इस्तेमाल करके साल बैंक अकाउंट खुलवाने का आरोप लगा है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक अदील के ऊपर आरोप है कि उन्होंने साल 2009 में नकली ड्राइविंग लाइसेंस के जरिए बैंक में अकाउंट खुलवाया था। पुलिस फिलहाल इस मामले में जांच कर रही है।
डॉक्टर कफील ने अपने भाई पर लगे सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ये सब फर्जी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी करते हुए कहा कि पुलिस इस तरह की कार्रवाई करके केवल परेशान कर रही है। कफील ने कहा कि वह एएसपी, डीजीपी, डीएम सर, चीफ मिनिस्टर, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, यूएन और नेशनल ह्यूमन राइट कमीशन से गुहार लगा चुके हैं कि उन पुलिस वालों को जांच से हटा दिया जाए जो उनके भाई को गोली लगने के बाद दोबारा मारने की कोशिश कर रहे थे।
Gkp Police has crossed all their limits. They jailed me fr 9 ms,then they tried to kill my brother n now they have filed an FIR against my elder brother on false charges
If u still believe in DEMOCRACY & Humanity please stand against utter injustice being done to me n my family pic.twitter.com/uimhLfOnCZ— realdrkafeelkhan (@drkafeelkhan) July 3, 2018
कफील ने कहा, ‘अदील भाई कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री से मिले थे और पुलिस की नाकामी की भी शिकायत की थी। उन्होंने सीबीआई जांच की मांग की थी। उसी दिन से पुलिस एक्टिव हो गई, ये तो पता नहीं कि मेरे भाई को कौन से शूटर ने मारा, तो उन्होंने भोलू नाम के एक लड़के को पकड़ लिया और उसे थर्ड डिग्री टॉर्चर किया गया। उसे खूब पीटा, जब मीडिया वाले पहुंचे तो उसे छोड़ दिया। उससे यह कहलवा रहे थे कि कहो कासिब ने अपनी गर्दन में गोली मुझसे मरवाई है। जब उसमें ये नाकाम हो गए, तो अब ये नई चाल चल रहे हैं। दस साल पुराने एक मुजफ्फर नाम के लड़के के फर्जी अकाउंट पर जांच कर रहे हैं। पहले बोलने लगे कि अदील भाई, कफील और कासिब ने मिलकर ये अकाउंट जबरदस्ती खुलवाया है, उस लड़के की बात को वो राजा हरीशचंद्र की बात मानने लगे और पूरा प्रशासन भिड़ गया। जिस पर पांच-पांच मुकदमे हैं, जो गैंगस्टर है उसकी बात मानकर ऐसा कर रहे हैं।’