इलाहाबाद: मुसलमानों ने पेश की मिसाल, कुंभ मेले के लिए खुद गिरा दी मस्जिदों की दीवार
उत्तर प्रदेश में मुसलमानों ने हिंदू-मुस्लिम एकता की बेहतरीन मिसाल पेश की है। अगले साल होने वाले कुंभ मेले के लिए इलाहाबाद में मुस्लिमों ने कई मस्जिदों की दीवारें गिरा दीं। खास बात है कि ऐसा उन्होंने न तो किसी की हिदायत पर किया है और न ही दबाव में। मस्जिदों की दीवारें व अन्य हिस्से ढहाने का फैसला उनका खुद का है। उनका कहना है कि वे सरकार के विकास कार्य का समर्थन करते हैं, इसलिए उन्होंने खुद यह कदम उठाया है।
यह मामला शहर के पुराने हिस्से (पुराना इलाहाबाद) का है। मंगलवार (तीन जुलाई) को यहां पर कई मस्जिदों की दीवारें गिरा दी गईं। मुसलमानों का इस बाबत कहना है, “हमने ऐसा अपनी मर्जी से किया है। ये सभी मस्जिदें सरकारी जमीनों पर बनी थीं, जिन्हें गिरा दिया गया है। कुंभ मेले के लिए सरकार सड़कों के चौड़ीकरण का कार्य कर रही है। हम उसका पूरी तरह से समर्थन करते हैं।”
आपको बता दें कि जनवरी 2019 में संगम नगरी में कुंभ मेले का आयोजन होना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने इसी के लिए खास तौर पर तैयारियां की हैं, जिसके अंतर्गत शहर की सड़कों के चौड़ीकरण का काम भी इन दिनों किया जा रहा है। चूंकि शहर का पुराना हिस्सा घनी आबादी वाला है। सड़कों के चौड़ीकरण के लिए जगह चाहिए थी, लिहाजा स्थानीय मुसलमानों ने खुद ही यह कदम उठाया।
कुंभ मेले में श्रद्धालुओं को अच्छी सुविधाएं मुहैया कराने के मकसद से तैयारियां जोरों पर हैं। देश ही नहीं बल्कि विदेशों से यहां घूमने और दर्शन करने के लिए लोग आते हैं। मेले के लिए खास तौर पर सरकार करीब आठ हजार रोडवेज बसों का संचालन करेगी, जबकि वाहनों के लिए 120 पार्किंग स्थल बनाए जा रहे हैं। वहीं, मेला क्षेत्र में 520 शटल बसें चलाई जाएंगी।