खुली सड़कों पर सोने को मजबूर इस देश के खिलाड़ी, 600 डॉलर नहीं जुटा पाए तो 6 घंटे रहे बंधक
खेल जगत में इस वक्त जिम्बाब्वे नेशनल रग्बी टीम के खिलाड़ियों की चर्चा की जा रही है। दरअसल, इस टीम के खिलाड़ियों को टुनिशिया में पूरी एक रात सड़क पर सोकर बितानी पड़ी। रग्बी वर्ल्ड कप क्वालिफायर मुकाबलों के लिए जिम्बाब्वे के खिलाड़ी इस वक्त उत्तरी अफ्रीका के देश टुनिशिया में हैं और होटलों की स्थिति सही नहीं होने के कारण इन खिलाड़ियों ने सोमवार की रात सड़क पर सोना पसंद किया। सोशल मीडिया पर सड़क पर सोते हुए इन खिलाड़ियों की तस्वीरें काफी वायरल हो रही हैं। रग्बी खिलाड़ियों की शिकायत है कि टुनिशिया में उन्हें ठहरने के लिए जो होटल मुहैया कराए गए थे, उनकी स्थिति काफी खराब थी, ऐसे में वह वहां नहीं ठहर सकते थे। जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों द्वारा उठाए गए इस कदम के बाद उनके ठहरने की व्यवस्था के लिए जिम्मेदार रग्बी अफ्रीका ने उनसे माफी भी मांगी है। साथ ही अब इन खिलाड़ियों को उपयुक्त सुविधाएं मुहैया कराते हुए बेजा में ठहरने की व्यवस्था भी कर दी गई है।
Zimbabwe National Rugby Team players slept in the street last night in Tunisia ahead of a @rugbyworldcup qualifier on Saturday against Tunisia.
Before that, they were held at the Airport for 6 hours as they could not raise €600 for Visa processing. pic.twitter.com/EoQBMPv2AI
— Eric Njiru (@Erik_Njiru) July 3, 2018
रग्बी अफ्रीका के एक्जेक्यूटिव खालेद बब्बोउ को पहले बेजा भेजा गया, ताकि वह वहां पहुंचकर सभी तरीके की सुविधाओं का जायजा ले सकें। बब्बोउ ने कहा, ‘मैं टुनिशिया रग्बी यूनियन की तरफ से माफी मांगता हूं।’
इससे पहले जिम्बाब्वे के खिलाड़ियों को टुनिशिया एयरपोर्ट पर करीब 6 घंटों के लिए बंधक भी बनाया गया था। एयरपोर्ट प्रशासन ने हर एक खिलाड़ी से वीजा फी के तौर पर 20 यूरो की मांग की थी, जिसके मुताबिक सभी खिलाड़ियों के लिए टीम को 600 डॉलर देने पड़ते। उस वक्त टीम के पास इतने पैसे नहीं थे, जिसके कारण उन्हें एयरपोर्ट पर ही 6 घंटों के लिए बंधक बनाकर रखा गया। जिम्बाब्वे टीम के कप्तान डेनफॉर्ड मुतामांगिरा ने रेडियो स्टेशन कैपिटाक्ल एफएम में इस बात की जानकारी दी थी। जिम्बाब्वे के खेल मंत्री कजेंबे कजेंबे ने बयान जारी कर कहा कि उन्हें जानकारी दी गई थी कि उनकी टीम को उस वहां पहुंचने के बाद वीजा दिया जाएगा।