Video: देखें कैसे मछलियों को खाना खिलते समय शार्क मछलियों ने लड़की को पानी में घसीटा
ऑस्ट्रेलिया की डुगोंग खाड़ी में शार्क को खाना खिलाने गईं पर्थ की मेलिसा ब्रनिंग खुद उनका निवाला बनते-बनते बच गईं। मौत के मुंह से लौटीं मेलिसा ब्रनिंग एक इंटरनेट यूजर हैं और फेसबुक आदि सोशल माध्यमों से उन्होंने अपना अनुभव साझा किया है जो कि वायरल हो रहा है। यूट्यूब पर प्राप्त वीडियो में मेलिसा अपने कुछ दोस्तों के साथ दिखाई देती हैं। मेलिसा पानी में किसी ऐसी जगह मौजूद हैं जहां शार्क मछलियों का आना-जाना लगा होता है। कुछ शॉर्क्स मौके से गुजरती हैं तो मेलिसा झुककर अपने हाथ से कुछ भोजन उनकी तरफ पानी में बढ़ाती हैं। तभी शॉर्क मेलिसा की उंगली दबोच उन्हें पानी में खींच लेती हैं। चूंकि मेलिसा के दोस्त मौके पर मौजूद होते हैं तो वे उसे किसी प्रकार बचा लेते हैं लेकिन इस दौरान उन्हें मौत के करीब से दर्शन हो जाते हैं और दोस्तों की रूह ठंडी पड़ जाती है। मौके पर ही मौजूद किसी शख्स ने घटना को वीडियो में कैद कर लिया और अब यह वीडियो खूब देखा जा रहा है। मजे की बात यह है रूह कंपाने वाली खौफ की हद से लौटीं मेलिसा ने इस अप्रत्याशित घटना को सकारात्मक तरीके से लिया है और फेसबुक पर उसी तरीके से बयां किया है।
मेलिसा ने अपनी पोस्ट के साथ बहुत ही मार्मिक और और सुंदर संदेश देने की कोशिश की है। उन्होंने बताया कि इंसानों को धरती के उनके साथी जीव-जंतुओं के साथ कैसे रहना चाहिए, यह दायरा समझना चाहिए। वीडियो वायरल होने पर मेलिसा ने फेसबुक पर उस हादसे की तस्वीर के साथ लिखा, ”मैं इस बात से बिल्कुल हक्की-बक्की हूं कि यह कहानी दुनिया भर में मशहूर हो गई है। कृपया मुझे आश्वस्त करने दें कि यह शॉर्क हमला नहीं था, यह मैं हूं जो मूर्खतापूर्ण काम कर रही थी जिसका नतीजा भुगत रही हूं। हमारी शार्क बहुत कीमती हैं जबकि उन्होंने मुझे हमेशा मौत का खौफ दिया है, मैं उनका बहुत सम्मान करती हूं। पानी उनका इलाका है… और हमें दूर से उनकी सराहना और प्रशंसा करनी चाहिए। उन सभी संदेशों के लिए धन्यवाद जिनमें मेरी खैरियत पूछी गई और यह कि मेरी उंगली तो ठीक है।” इस मैसेज के साथ मेलिसा ने #dontfeedsharks हैशटैग का इस्तेमाल किया है यानी शार्क को मत खिलाओ।
बता दें कि जिस जगह यह हादसा हुआ, वहां बहुत से कई सैलानी जलीय वन्य जंतुओं को करीब से देखने और छुट्टियां बिताने जाते हैं। ऑस्ट्रेलिया में कुछ क्रूज इसकी सेवा देते हैं। यहां दुनिया की सबसे बड़ी शार्क खाड़ियों में से एक शार्क खाड़ी है जो कि डूगोंग खाड़ी से एकदम मिली हुई है, या यूं कहें कि शार्क खाड़ी में ही डूगोंग खाड़ी है। डूंगोंग एक प्रकार के अमूमन 300 किलोग्राम वजनी समुद्रीय स्तनधारी जंतु होते हैं जिनकी संख्या इंसानी हमलों के कारण लगातार कम हो रही है और इस प्रजाति को अब विलुप्त होने से बचाने के लिए संरक्षण के कार्य शुरू हो चुके हैं। भारत के उड़ीसा में चिल्का झील में भी डूगोंग का संरक्षण किया जाता है।