केंद्रीय मंत्री का बयान- अचार बनाकर बेचने से बड़ी मात्रा में पैदा हो रहीं नौकरियां

केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने अब यह कहकर विरोधियों और आलोचकों को मौका दे दिया है कि अचार बनाकर बेचने से बड़ी मात्रा में नौकरियां पैदा हो रही हैं। मध्य प्रदेश आए मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने गुरुवार (5 जुलाई) को संवाददाताओं से कहा, ”पकोड़ा बनाने के बाद, अचार बनाने और बेचने का काम नौकरी का एक बड़ा स्रोत साबित हुआ है। मैंने अपने एक मित्र की पत्नी को अचार बनाने की सलाह दी थी, मेरी सलाह पर महिला ने अचार का कारोबार किया तो उनकी कंपनी का टर्नओवर दो साल में दो करोड़ हो गया।” टीओआई की खबर के मुताबिक खरीफ की फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में केंद्र सरकार के द्वारा किए गए इजाफे पर शेखावत बात कर रहे थे और इसके लिए उन्होंने उपयुक्त समय पर यह विशेष उपहार देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के फैसले के बाद किसानों ने दिवाली मनाई और प्रधानमंत्री को धन्यवाद कहा।

केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री ने कहा, ”किसानों का आय बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री का फैसला एक अहम कदम है और उनके द्वारा लिए गए फैसले किसानों के हित में हैं जोकि इतिहास में कभी नहीं भुलाए जा सकेंगे। बीजेपी सरकार ने दालों की रफ्तार से बढ़ती कीमतों पर भी नियंत्रण पाया है और देश ने दालों का अतिरिक्त उत्पादन किया है।” मोदी सरकार की राम राज्य से तुलना करते हुए शेखावत ने कहा कि देश में कृषि सुधारों को बढ़ावा देने के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए थे। उन्होंने कहा कि देश अब उन दस देशों में शामिल हो गया है जो खाद्यान्न निर्यात करते हैं और 2022 तक किसानों का आय दोगुनी करने के लिए सरकार तेजी से फैसले ले रही है।

शेखावत ने राजस्थानी अंदाज में कहा, ”मोदी जी के किसानों के लिए किए गए काम को युगों तक याद रखा जाएगा। राम भले ही रूठ जाएं पर राज नहीं रूठेगा।” बाद में मंत्री ने स्पष्ट किया कि यहां राम के रूठने का मतलब प्राकृतिक आपदा से था। शेखावत के बयान पर कांग्रेस के राज्य मीडिया प्रभारी मनक अग्रवाल ने कहा कि बीजेपी के मंत्री आलाकमान की चापलूसी करने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। अग्रवाल ने कहा, ”यह चाटुकारिता का चरम है। बीजेपी के मंत्रियों को अपने पदों से हट जाना चाहिए और पकोड़ा और अचार बेचना चाहिए।”

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