भीड़ द्वारा हत्या पर सवाल, सीएम बिप्लब देब बोले- त्रिपुरा में आनंद की लहर

अक्सर विवादित बयानों को लेकर सुर्खियां बटोरने वाले त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब से मीडिया ने हाल की ‘मॉब लिंचिंग’ यानी भीड़ के द्वारा की जाने वाली हत्याओं के बारे में प्रतिक्रिया लेनी चाही तो वह इससे बचते नजर आए। सीएम बिप्लब देब के जवाब के एक हिस्से का वीडियो अंग्रेजी समाचार चैनल टाइम्स नाउ ने ट्वीट किया है, जिसमें वह यह कहते हुए दिखाई देते हैं, ”आज त्रिपुरा में एक आनंद का लहर बैठ रहा है और इस लहर का आप भी उपभोग करिए.. आपके मन में भी आनंद आए और आप देखिए, सोच लीजिए एकबार.. मैं खुद.. मेरा चेहरा देखिए एकबार.. मेरे मन में कितना खुशी है.. तो आपके मन भी उतना ही खुशी है न.. तो आज के दिन में आप भूल जाइए..।” टाइम्स नाउ ने ट्वीट के कैप्शन में दावा किया है कि त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देब टाइम्स नाउ के द्वारा हाल की लिंचिंग की घटनाओं पर पूछे गए सवाल पर बच कर निकलते हैं, बात करते हैं कि राज्य में खुशी की लहर है।

बता दें कि हाल के दिनों में मॉब लिंचिंग की घटनाओं में बढ़ोतरी दर्ज की गई है, अकेले त्रिपुरा की बात करें तो पिछले हफ्ते बाहरी लोगों के द्वारा बच्चे चुराने की अफवाहों के चलते भीड़ ने चार लोगों को पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। स्थानीय मीडिया में ऐसी खबरें भी चल रही है कि बिप्लब देब ने मॉब लिंचिंग को अंतरराष्ट्रीय षडयंत्र करार दिया है। ऐसी खबरों के मुताबिक सीएम बिप्लब का कहना है कि कई राज्यों में हो रही ऐसी घटनाएं एक बड़ी साजिश के तहत हैं, ताकि राज्य सरकारों के सामने समस्याएं खड़ी की जा सकें। मॉब लिंचिंग में शामिल लोगों के पीछे विदेशी ताकतों का हाथ है।

बिप्लब देब कई मौकों पर विवादित बयान देकर पार्टी और केंद्र की मोदी सरकार की किरकिरी का सबब बन चुके हैं। अप्रैल में बिप्लब देब ने यह कहकर विरोधियों और आलोचकों को उन पर हमला करने का पूरा मौका दिया था कि महाभारत काल में इंटरनेट और सैटेलाइट काम करते थे। इसके लिए उन्होंने धृतराष्ट्र और संजय का उदाहरण दिया था। अप्रैल में ही बिप्लब देब ने पूर्व मिस वर्ल्ड डायना हेडन के ताज पर सवाल उठा दिया था।

उसी महीने उन्होंने सिविल सर्विसेस से जुड़े एक कार्यक्रम में कहा था कि मैकेनिकल इंजीनयरों को सिविल सेवाओं में नहीं आना चाहिए, इसके लिए सिविल इंजीनियरों को आना चाहिए क्योंकि उनके पास समाज निर्माण का पहले से ही अनुभव और ज्ञान होता है। अप्रैल में ही एक और बयान में सीएम बिप्लब ने कहा था कि युवा सरकारी नौकरी के चक्कर में समय बर्बाद करने की बजाय अगर पान की दुकान लगा लेते या गाय ही पाल लेते तो उनके बैंक खाते में अबतक 5 से 10 लाख रुपये जमा हो जाते।

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