डेढ़ हजार पुजारियों को पूजा-पाठ की ट्रेनिंग देगी भाजपा सरकार

मध्य प्रदेश की सरकार ने एक बेहद ही अनोखा फैसला लिया है। सरकार की देखरेख में अब करीब डेढ़ हजार पुजारियों को पूजा-पाठ की ट्रेनिंग दी जाएगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक शासन की देखरेख में चलने वाले विभिन्न मंदिरों और देव स्थानों के करीब डेढ़ हजार पुजारियों को विशेष त्योहारों पर की जाने वाली पूजा की ट्रेनिंग दी जाएगी। उन्हें अनुष्ठान और कर्मकांड करना भी सिखाया जाएगा। इसके साथ ही उन्हें पंचांग पढ़ना भी सिखाया जाएगा।

डेढ़ हजार पुजारियों को विशेष स्तर का प्रशिक्षण मध्यप्रदेश तीर्थस्थान एवं मेला प्राधिकरण के जरिए दिया जाएगा। मुख्य तौर पर सात केंद्रों का चयन किया गया है। उज्जैन, इंदौर, विदिशा, शिवपुरी, सतना, टीकमगढ़ और ग्वालियर में ये प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य पुजारियों के ज्ञान की क्षमता बढ़ाना है। ये प्रशिक्षण कार्यक्रम दो दिन का है और इसकी शुरुआत 15 जुलाई से होगी। पुजारियों के ठहरने के लिए विशेष इंतजाम भी किए गए हैं। संबंधित केंद्रों के कलेक्टरों को पुजारियों के रुकने की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी दी गई है।

प्रशिक्षण के दौरान पुजारियों और प्रशिक्षकों को बहुत सी सुविधाएं भी दी जाएंगी। प्रशिक्षकों को केंद्र तक आने-जाने का खर्चा दिया जाएगा और उनके ठहरने-खाने का भी प्रबंध मुफ्त में किया जाएगा। इसके अलावा पुजारियों को भी आने जाने का खर्चा मिलेगा और ठहरने-खाने की सुविधा भी मुफ्त में मिलेगी। प्रशिक्षण के बाद पुजारियों को प्रमाण पत्र दिए जाएंगे, जिसके बाद वे पूजा और अनुष्ठान के जानकार कहलाएंगे। पुजारियों को बहुत से प्रशिक्षण दिए जाएंगे। मंदिर में भगवान की आरती, भोग और शयन आरती कैसे की जाती है, यह सिखाया जाएगा। इसके अलावा दुर्गा सप्तशती पाठ, भूमिपूजन, वाहन पूजन, अभिषेक और वास्तु पूजन के तरीके भी सिखाए जाएंगे। शिवरात्रि, रामनवमी, नवदुर्गा, गणेश चतुर्थी, कृष्ण जन्माष्टमी जैसे खास पर्व पर देवी-देवताओं की पूजा कैसे की जाती है, इसका प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। मध्य प्रदेश तीर्थस्थान एवं मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह का कहना है कि शासकीय मंदिरों में पुजारियों की नियुक्ति तो हो जाती है, लेकिन कई लोगों को पूजा की सही विधि नहीं पता होती, प्रशिक्षण के बाद ऐसी परेशानियों का हल निकल जाएगा।

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