नोएडा में दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल यूनिट का पीएम ने किया उद्घाटन, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति भी मौजूद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (9 जुलाई) को नोएडा के सेक्टर-81 में सैमसंग की विशाल फैक्ट्री का उद्घाटन किया। इस समारोह में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। इससे पहले, मोदी ने सोमवार को मून जे-इन के साथ दिल्ली मेट्रो में सफर किया। दोनों नेताओं ने द्वारका से नोएडा सिटी सेंटर को जोड़ने वाली ब्लू लाइन मेट्रो में यात्रा की। दोनों नेता व अन्य लोग शाम साढ़े चार बजे मंडी हाउस स्टेशन में मेट्रो में सवार हुए और करीब पांच बजे के आस-पास बोटेनिकल गार्डेन मेट्रो स्टेशन पर उतर गए।
प्रधानमंत्री मोदी के दौरे को देखते हुए नोएडा में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं। ट्रैफिक पुलिस ने एक एडवाइजरी जारी की है, जिसके तहत नोएडा में सोमवार को शाम 4 बजे से लेकर 9 बजे तक ट्रैफिक डायवर्जन रहेगा। डीएनडी फ्लाइओवर से अशोक नगर, ग्रेटर नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट और गाजियाबाद जाने वाले लोगों को नेशनल हाइवे 24 का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है। वहीं यमुना एक्सप्रेसवे, ग्रेटर नोएडा, परी चौक से दिल्ली जाने वाले लोग भी परेशानी से बचने के लिए वैकल्पिक रुट का इस्तेमाल करें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर कहा कि इस यूनिट में आना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. मोदी ने इस यूनिट के लिए सैमसंग को बधाई दी. उन्होंने कहा कि 5 हजार करोड़ का यह निवेश सैमसंग के साथ-साथ दोनों देशों के रिश्तों को भी मजबूत करेगा. पीएम मोदी ने कहा कि इस कंपनी के साथ ही देश में ‘मेक इन इंडिया’ को गति मिलेगी. उन्होंने कहा कि सैमसंग की इस यूनिट के बनने के बाद मोबाइल मैनुफैक्चरिंग में भारत दूसरे नंबर पहुंच गया है.
पीएम ने कहा कि बीते चार वर्षों में फैक्ट्रियों की संख्या 2 से बढ़कर 120 हो गई हैं, जिसमें से 50 से अधिक तो यहां नोएडा में ही हैं. इससे 4 लाख से अधिक नौजवानों को सीधा रोजगार मिला है.
भारत को मैनुफैक्चरिंग का वैश्विक हब बनाने की दिशा में आज का दिन बहुत विशेष है। 5 हज़ार करोड़ रुपए का ये निवेश ना सिर्फ सैमसंग के भारत में व्यापारिक रिश्तों को मजबूत बनाएगा, बल्कि भारत और कोरिया के संबंधों के लिए भी अहम सिद्ध होगा। जब भी बिजनेस कम्यूनिटी के लोगों से मेरी बातचीत होती है तो एक बात मैं अक्सर कहता हूं। भारत में शायद ही ऐसा कोई मिडिल क्लास घर हो जहां कम से कम एक कोरियाई प्रोडक्ट ना पाया जाता हो।