अर्णब गोस्वामी के समर्थन में आए अनुपम खेर, राजदीप सरदेसाई से पूछा- गलत खबरें देकर कितनी बार छोड़ी है पत्रकारिता?

ट्विटर पर दो पत्रकारों के बीच शुरू हुई तूतू-मैंमैं में फिल्म अभिनेता अनुपम खेर भी कूद पड़े हैं। अनुपम खेर ने बुधवार को राजदीप सरदेसाई के एक ट्वीट पर पलटवार करते हुए लिख, “देश जानना चाहता है कि आपकी जब अनगिनत रिपोर्टें गलत साबित हुईं तो आपने कितनी बार इस्तीफा देकर पत्रकारिता छोड़ी थी?” इंडिया टुडे समूह से जुड़े राजदीप सरेदसाई ने रिपब्लिक टीवी के एंकर अरनब गोस्वामी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया था, “अब मैं सीधा सवाल पूछना चाहता हूंः देश जानना चाहता है कि अगर उनकी स्टोरी गलत साबित हुई तो क्या अरनब पत्रकारिता छोड़कर इस्तीफा देंगे?” राजदीप ने अपने ट्वीट पर आए एक कमेंट का जवाब देते हुए लिखा, “बहुत सही कहा सर। मैं खुद को सबसे पवित्र नहीं समझता। लेकिन हममें सेकुछ लोग गलती करने पर माफी मांगते हैं, बेशर्मी नहीं दिखाते। बस इतना ही।” “देश जानना चाहता है” (नेशंस वांट्स टू नो) अरनब गोस्वामी का तकिया कलाम है जो टाइम्स नाउ में रहने के दौरान से सोशल मीडिया पर प्रचलित रहा है।

मामला तब शुरू हुआ जब राजदीप सरेदसाई ने अरनब गोस्वामी का एक वीडियो ट्विटर पर शेयर किया जिसमें अरनब गुजरात दंगों के दौरान उनकी गाड़ी पर मुख्यमंत्री आवास के पास हमला किए जाने की बात कहते नजर आ रहे थे। अरनब का वीडियो शेयर करते हुए राजदीप ने लिखा था, “वाह, मेरे दोस्त अर्णब दावा कर रहे हैं कि गुजरात दंगों के दौरान सीएम हाउस के पास उनकी गाड़ी पर हमला हुआ था, सच यह है कि वह अहमदाबाद में हुए दंगों को कवर कर ही नहीं रहे थे।”

राजदीप ने वीडियो शेयर करते हुए दावा किया कि अरनब ने गुजरात दंगों के दौरान रिपोर्टिंग नहीं की थी। आपको बता दें कि साल 2002 में जब गुजरात दंगे हुए दो अरनब गोस्वामी और राजदीप सरदेसाई एनडीटीवी में एक साथ काम किया करते थे। उस समय राजदीप अरनब के वरिष्ठ हुआ करते थे। राजदीप के समर्थन में अन्य पत्रकारों ने भी ट्विटर पर लिखा कि अरनब गुजरात दंगों की रिपोर्टिंग नहीं की थी। पत्रकार राहुल कंवल ने भी लिखा कि अरनब गोस्वामी ने गुजरात दंगों की रिपोर्टिंग नहीं की थी।

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