हत्‍या के बाद इंद्रदेव ऊर्फ बीकेडी होगा मुन्‍ना बजरंगी का वारिस?

उत्तर प्रदेश के कुख्यात अपराधी और इंटर स्टेट गैंग नंबर 233 के सरगना मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद से ही सनसनी फैली हुई है। सोमवार (9 जुलाई) को बागपत जिले की जेल में बजरंगी की हत्या के बाद यूपी में एक अपराध के एक अध्याय का अंत माना जा रहा है, लेकिन एक नया सवाल भी इस वक्त हर किसी के दिमाग में है। वह सवाल है कि मुन्ना के बाद अब गैंग नंबर 233 का नया सरगना कौन होगा। इस सवाल को लेकर हर जगह चर्चा की जा रही है। इसमें सबसे पहला नाम अगर किसी का सामने आ रहा है तो वह है इंद्रदेव सिंह ऊर्फ बीकेडी का। बदमाश बीकेडी के ऊपर 1 लाख रुपए का इनाम है और वह इस वक्त फरार है।

बीकेडी को मुन्ना बजरंगी के काफी करीब माना जाता था। साल 2005 में विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के बाद एमएलसी बृजेश सिंह और मुन्ना बजरंगी के बीच दुश्मनी बढ़ गई थी। वहीं बीकेडी और बृजेश की रंजिश भी जगजाहिर थी। ऐसे में बदलते समय के साथ बीकेडी और मुन्ना बजरंगी काफी करीब आ गए। बीकेडी को बजरंगी का सबसे विश्वासपात्र माना जाता है। बीकेडी एक अचूक निशानेबाज है। बजरंगी के एक इशारे पर वह शूटरों से वारदात को अंजाम दिलवा देता था।

मुन्ना बजरंगी जितने दिनों तक झांसी जेल में निरुद्ध रहा, तब तक बीकेडी नाम, रूप बदलकर, गलत पते के साथ कई बार उससे मिलने आया। पुलिस ने बीकेडी को पकड़ने की बहुत कोशिश की, लेकिन कभी कामयाबी नहीं मिली। इलाहबाद के चर्चित जवाहर पंडित हत्याकांड में भी बीकेडी के भाइयों का नाम सामने आया था।

बता दें कि सोमवार (9 जुलाई) को गैंगेस्टर प्रेम प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना बजरंगी को बागपत जेल में गोलियों से भून दिया गया। इस हत्या के मामले में जेल में बंद गैंगस्टर सुनील राठी का नाम सामने आ रहा है। वहीं मंगलवार (10 जुलाई) को मणिकर्णिका घाट पर मुन्ना बजरंगी का दाह संस्कार किया गया। बजरंगी के 14 साल के बेटे समीर सिंह ने उसकी चिता को आग लगाई। इस दौरान माफिया डॉन के सैकड़ों समर्थक मौजूद रहे और उन्होंने उसके समर्थन में नारे भी लगाए। उसकी शव यात्रा वाराणसी से लगे जौनपुर जिले के सुरेरी गांव से कड़ी सुरक्षा के बीच शुरू हुई।

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