ये हैं भारत के सबसे रईस सीईओ: सैलरी चार करोड़, पर कमाई करीब 150 करोड़

नब्बे के दशक में देश की अर्थव्यवस्था का द्वार खुलने के बाद भारत ने आर्थिक क्षेत्र में जबर्दश्त प्रगति की है। भारत ने आईटी क्षेत्र में भी उल्लेखनीय प्रगति की है। देश की बड़ी आईटी कंपनियों के प्रमुखों को सलाना करोड़ों रुपये का वेतन देने के साथ कंपनी का शेयर देने का प्रचलन भी बढ़ा है। ‘इंडियन एक्सप्रेस’ ने वर्ष 2017-18 के वित्त वर्ष में भारत की चार बड़ी आईटी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के वेतन समेत कुल कमाई का ब्योरा जुटाया है। सबसे ज्यादा कमाई करने वाले सीईओ में टेक महिंदा के सीपी. गुरनानी शीर्ष पर हैं। उन्हें वेतन और अन्य सुविधाओं के एवज में 3.89 करोड़ रुपये दिए गए। वहीं, सॉफ्टवेयर डेवलपर कंपनी की ओर से उन्हें 142.30 करोड़ रुपये मूल्य के स्टॉक ऑप्शंस (इसके तहत कंपनी अपने कर्मचारियों को पूर्वनिर्धारित कीमत पर निश्चित अवधि के लिए निश्चित संख्या में शेयर देती है) भी दिए गए हैं। इस तरह संबंधित वित्त वर्ष में उनकी कुल कमाई 146 करोड़ रुपये से ज्यादा रही। इस दौरान गुरनानी को 30 लाख शेयर दिए गए थे, जिनका मौजूदा बाजार मूल्य 195 करोड़ रुपये है। कुल मिला कर उनके पास टेक महिंद्रा के 80.58 लाख शेयर हैं, जिनका मूल्य (10 जुलाई तक) 523 करोड़ रुपये है। इस मामले में आईटी सेक्टर की एक अन्य दिग्गज कंपनी विप्रो के सीईओ अबिदअली जेड नीमचवाला दूसरे स्थान पर हैं। वेतन और अन्य सुविधाओं के तहत नीमचवाला को गुरनानी से कहीं ज्यादा 8.30 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। इसके अलावा कंपनी ने उन्हें 10.20 करोड़ रुपये मूल्य के स्टॉक ऑप्शंस भी दिए थे। इस तरह संबंधित वित्त वर्ष में उनकी कुल कमाई 18.50 करोड़ रुपये रही।

देश की दूसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस ने भी अपने सीईओ सलिल पारेख को वेतन के साथ स्टॉक दिए। विशाल सिक्का के हटने के बाद जनवरी 2018 में सलिल पारेख को इंफोसिस की कमान दी गई थी। उन्हें वेतन और अन्य सुविधाओं के मद में 3.98 करोड़ रुपये दिए गए। इसके अलावा फरवरी में कंपनी ने उन्हें 1,13,024 रिस्ट्रिक्टेड स्टॉक यूनिट (आरएसयू) दिए थे। हालांकि, इसके जरिये निर्धारित समय के बाद ही आय हासिल की जा सकती है। इनका मौजूदा बाजार मूल्य 14.70 करोड़ रुपये है। बता दें कि आरएसयू निर्धारित लक्ष्य को हासिल करने के बाद जारी किए जाते हैं। इस तरह सलिल पारेख की कुल कमाई 18.68 करोड़ रुपये रही। सबसे ज्यादा कमाई के मामले में देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस के सीईओ राजेश गोपीनाथन भी शामिल हैं। उन्हें वेतन और भत्तों के तौर पर संबंधित वित्त वर्ष में 12.49 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया। मार्केट कैपिटलाइजेशन के मामले में देश की तीसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजीज ने फिलहाल वार्षिक रिपोर्ट दाखिल नहीं की है। एचसीएल के सीईओ सी. विजय कुमार हैं। बता दें कि पूरी दुनिया में भारत आईटी हब के रुप में विख्यात है।

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