कभी AAP से दिखाया था बाहर का रास्ता, अब योगेंद्र यादव के साथ खड़े हुए केजरीवाल और संजय सिंह

स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेन्द्र यादव के परिवार पर आयकर विभाग की छापेमारी के बाद उनके पुराने साथी और आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह भी योगेन्द्र यादव के समर्थन में आ गए हैं। अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अब बदले की राजनीति बंद कर देनी चाहिए। ट्विटर पर अपनी बात रखते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री ने लिखा कि हम मोदी सरकार द्वारा योगेन्द्र यादव के परिवार को निशाना बनाए जाने की कड़ी निंदा करते हैं। मोदी सरकार को अब आयकर विभाग जैसी एजेंसियों की मदद से चलने वाली बदले की राजनीति बंद कर देनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि योगेन्द्र यादव पहले आम आदमी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में शामिल थे, लेकिन बाद में अरविंद केजरीवाल ने विचारों में मतभेद होने पर योगेन्द्र यादव को पार्टी से निकाल दिया था। इसके बाद ही योगेन्द्र यादव ने अपनी पार्टी स्वराज इंडिया का निर्माण किया।
बता दें कि आयकर विभाग ने हरियाणा के रेवाड़ी में स्थित योगेन्द्र यादव की बहन के स्वामित्व वाले कलावती अस्पताल पर बुधवार को छापेमारी की है। यह अस्पताल योगेन्द्र यादव की बड़ी बहन नीलम यादव चलाती हैं। इसके साथ ही आयकर विभाग ने योगेन्द्र यादव की दूसरी बहन पूनम यादव के नर्सिंग होम पर भी छापेमारी की है। यह नर्सिंग होम पूनम यादव के पति नरेंद्र यादव चलाते हैं, जो कि एक बाल रोग विशेषज्ञ हैं। वहीं आयकर विभाग की इस छापेमारी पर योगेन्द्र यादव ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की है। योगेन्द्र यादव ने ट्वीट कर बताया कि मोदी सरकार उनके परिवार को निशाना बना रही है। अपने एक ट्वीट में योगेन्द्र यादव ने लिखा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य और शराब ठेकों के विरोध में रेवाड़ी में 9 दिनों तक चली पदयात्रा के 2 दिन बाद ही उनके परिवार पर आयकर की छापेमारी हुई है। कृप्या मेरी और मेरे घर की तलाशी लें, मेरे परिवार को निशाना क्यों बनाया जा रहा है?
योगेन्द्र यादव ने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि प्रधानमंत्री उन्हें खामोश नहीं कर सकते हैं। आज योगेन्द्र यादव ने ट्वीट कर बताया कि “मुझे पता चला है कि सर्च अभियान अभी तक चल रहा है। इसके अलावा मेरे पास कोई और जानकारी नहीं है, यहां तक कि मुझे मेरे परिवार से बात भी नहीं करने दी जा रही है। मैं उम्मीद करता हूं कि यह त्रासदी जल्द खत्म होगी।” पीटीआई द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, आयकर विभाग को योगेंद्र यादव के परिवाल वालों के घर से 22 लाख कैश बरामद हुआ है। इसके साथ ही आईटी विभाग को ज्वैलरी खरीद की एक रसीद भी मिली है, जिसे आर्थिक भगोड़े अपराधी नीरव मोदी की एक फर्म से खरीदा गया था।