महाराष्ट्र सरकार का ऐलान- बुजुर्ग मां-बाप का ख्याल न रखने वालों को सरेआम करेंगे शर्मिंदा

अपने बुजुर्ग माता-पिता को नजरअंदाज करने और उनका ख्याल ना रखने वालों को सबक सीखाने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने विशेष योजना तैयार किया है। महाराष्ट्र सरकार ने ऐसा करने वाले लोगों को सरेआम शर्मिंदा करने का फैसला किया है। महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार ने बुजुर्ग मां-बाप की अनदेखी करने वाले लोगों को आईना दिखाने के लिए खास प्लान तैयार किया है। सरकार ने इसके लिए बुधवार से एक अधिसूचना जारी की है। इस अधिसूचना के तहत राज्य सरकार ने कहा कि वो ऐसे लोगों की सूची बनाएगी जो अपने माता-पिता पर जुलम-ओ-सितम करते हैं और फिर इस सूची के नामों को सरेआम कर दिया जाएगा, ताकि ऐसे लोगों को सब के सामने शर्मिंदा किया जा सके।
जानकारी के मुताबिक सरकार ने वैसे लोगों की पहचान कर ली है जिनके माता-पिता वरिष्ठ नागरिकों की श्रेणी में आते हैं फिर भी वो अपने बुजुर्ग माता-पिता की कोई फिक्र नहीं करते। सरकार का कहना है कि इस योजना को अमलीजामा पहनाने में सामाजिक कार्यकर्ता पुलिस के साथ मिलकर काम करेंगे। यह लोग चिन्हित किये गये लोगों के घर जाकर यह पता लगाएंगे कि यह लोग अपने माता-पिता को सम्मानपूर्वक जीने का हक दे रहे हैं या नहीं?
अगर बालिग बच्चे अपने माता-पिता का ख्याल नहीं रखते तो उन्हें डिफॉल्टर सूची में डाल कर उनका नाम सरेआम कर दिया जाएगा। ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ के मुताबिक सरकार ने बुजुर्गों के लिए एक हेल्पलाइन नंबर चालू करने की योजना भी बनाई है ताकि आपातकालीन स्थिति में वो इस हेल्पलाइन नंबर का इस्तेमाल कर मदद पा सकें।
बहरहाल इस अधिसूचना को वरिष्ठ नागरिकों के पक्ष में उठाया गया एक अहम कदम माना जा रहा है। इसके तहत वरिष्ठ नागरिकों की उम्र सीमा 65 से घटाकर 60 वर्ष भी कर दिया गया है। सरकार का मानना है कि इससे समाज में एक सकारात्मक बदलाव आएगा। सरकार ने संबंधित विभागों को बुजुर्गों की जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए फंड जुटाने के लिए भी कहा है।