बंगाल में CID ने छापा मारकर नगर निगम के गेस्ट हाऊस में चल रहे सेक्स रैकेट का किया भंडाफोड़

पश्चिम बंगाल पुलिस की सीआईडी टीम ने बुधवार की रात कोन्नगर नगर निगम के गेस्ट हाऊस में छापेमारी कर सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ किया। अंदर के नजारे देख पुलिस की आंखे शर्म से झुक गई। पुलिस ने मौके पर ही इस रैकेट को संचालित करने के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में दो दलाल और दो गेस्ट हाऊस के मैनेजर शामिल हैं। यह गेस्ट हाऊस कोलकाता से करीब 25 किलोमीटर दूर कोन्नगर के इंदिरा गांधी रोड पर स्थित है। बिश्रामिका नामक इस गेस्ट हाउस को छापेमारी के बाद से बंद कर दिया गया है।
सीआईडी की ओर जारी बयान में कहा गया कि बुधवार शाम को सीआईडी की एक टीम ने कोनगर में बिश्रामिका गेस्ट हाउस में छापेमारी की और पांच नाबालिग लड़कियों को मुक्त कराया गया। वहीं, दो मैनेजर और दो दलालों को मौके से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार दो दलालों में एक महिला है। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान अविनाश कानू, बिबेकनंद बेरा, सुख देव दास और कल्पना चक्रवर्ती के रूप में हुई थी। नगर पालिका तृणमूल कांग्रेस द्वारा संचालित है।
इस बाबत नगर पालिका के अध्यक्ष बप्पादित्य चटर्जी ने कहा कि इसका पट्टा 2014 के आसपास जारी किया गया था लेकिन पट्टेदार के नाम ध्यान नहीं है। मैं पुलिस को उस व्यक्ति के बारे में पूरी जानकारी दूंगा, जिसने गेस्ट हाउस लीज पर लिया था। मामला उसी के नाम पर दर्ज होना चाहिए। हम अगली बैठक में पट्टा रद्द कर देंगे। चटर्जी 2010 से नगर निकाय प्रमुख रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि हालांकि बुधवार की शाम को छापेमारी हुई थी, लेकिन उन्हें गुरुवार सुबह ही इसके बारे में पता चला।
सीआईडी की छापेमारी ने स्थानीय पार्षद और नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष तपन दास के बीच चल रहे खींचतान को भी सामने ला दिया।तपन दास ने आरोप लगाया कि इस गेस्ट हाऊस में वर्षों से सेक्स रैकेट चलाया जा रहा था। दास ने कहा कि इस आवास का उपयोग करीब 4-5 वर्षों से सेक्स रैकेट चलाने के लिए किया जा रहा था। लेकिन मैं शिकायत दर्ज नहीं कर सका क्योंकि पिछले साल पिछले साल नगर सेवा के दो कर्मियों द्वारा अपार्टमेंट के लोगों से पैसा इकट्ठा करने के मुद्दे पर मीडिया से बात करने के लिए मुझे पहले बेइज्ज्त किया गया था। मेरी दुकान बर्बाद हो गई थी और मुझे मारा गया था।