छत्तीसगढ़ के कांकेर में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में बीएसएफ के दो जवान हुए शहीद, एक घायल
छत्तीसगढ़ के कांकेर में रविवार (15 जुलाई) को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ के दौरान जमकर गोलाबारी हुई। इस लड़ाई में दो जवान शहीद हो गए जबकि एक जवान को गंभीर चोटें आईं हैं। डीआईजी (नक्सल विरोधी आॅपरेशन) सुंदरराज पी. ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया,”मुठभेड़ प्रतापपुर थाना क्षेत्र में बीएसएफ के महला कैंप के पास के जंगल में हुई है। हमला उस वक्त किया गया जब बीएसएफ की 114वीं बटालियन माओवादी विरोधी ऑपरेशन को अंजाम देकर लौट रही थी।”
डीआईजी सुंदरराज पी. के मुताबिक नक्सलियों को जवानों के मूवमेंट का अंदाजा रहा होगा। उन्होंने कहा,”छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से 250 किमी दूर स्थित बरकोट गांव के जंगल से पेट्रोल पार्टी गुजर रही थी। उसी दौरान पहले से घात लगाए बैठे नक्सलियों ने उन पर दो तरफ से फायर खोल दिया। भारी गोलाबारी के बीच जब बीएसएफ जवानों ने मोर्चा संभाला तो नक्सली घने जंगलों में भाग गए।
डीआईजी ने बताया कि शहीद होने वाले दो बीएसएफ जवानों की शिनाख्त लोकेंदर सिंह और मुकधियार सिंह के तौर पर हुई है। वे क्रमश: पंजाब और राजस्थान के रहने वाले थे। जबकि घायल होने वाले जवान का नाम संदीप डे है। वह गोलाबारी में आई चोटों से उबरने की कोशिश कर रहे हैं। मुठभेड़ की सूचना मिलते ही भारी संख्या में सुरक्षा बल मौके की ओर भेजा गया था। शहीद सैनिकों के शवों को पखंजोर स्थित बीएसएफ की 114वीं बटालियन के मुख्यालय लाया गया है।
घायल जवान को हवाई जहाज से बेहतर उपचार के लिए रायपुर भेजा गया है। बता दें कि बीती 9 जुलाई को भी बीएसफ की 121वीं बटालियन के दो जवानों को नक्सलियों ने शहीद किया था। हमला कांकेर जिले के छोटेबेठिया इलाके में हुआ था। दोनों सिपाही बाइक से गश्त पर निकले थे। इसी दौरान नक्सलियों की बिछाई लैंडमाइन की चपेट में ये दोनों जवान आ गए थे।